हत्या या आत्महत्या में उलझी पुलिस
सीवान. असांव थाने में गोली लगने से हुई होमगार्ड जवान राजकुमार साह की मौत के मामले में अब तक स्पष्ट खुलासा नहीं हो सका है. दरौली प्रखंड के टिकुलिया निवासी राजकुमार की मौत, हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी हुई है. पुलिस फिलहाल इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है. गौरतलब है कि 16 जून की रात असांव थाने के बैरक से पुलिस ने राजकुमार साह का शव बरामद किया था. शव के सिर में गोली का निशान था, जो उनकी ही सर्विस राइफल से चली थी. पुलिस की प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या माना गया. हालांकि मृतक की पत्नी अर्जनी देवी ने इसे हत्या करार देते हुए छह होमगार्ड जवानों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने असांव थाने के पतार निवासी रमेश सिंह, आंदर थाने के पिपरा निवासी प्रमोद सिंह, अमनौरा निवासी उमेश भगत, जयजोर निवासी रमेश राम, जीरादेई के ठेपहां निवासी बृजकिशोर पंडित और रघुनाथपुर के सूरजबलिया निवासी पारस भगत को आरोपित बनाया है. पत्नी का आरोप है कि उपरोक्त सभी जवान उनके पति के साथ अक्सर झगड़ा और मारपीट करते थे. विरोध करने पर साजिश के तहत गोली मारकर हत्या कर दी गयी. फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.प्राथमिकी के बाद फरार हैं जवानबताते चलें कि जैसे ही मृतक राजकुमार की पत्नी निर्जला देवी ने जवानों पर प्राथमिकी दर्ज करायी कि सभी मौके से फरार हो गये. इधर पुलिस फरार चल रहे आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, ताकि मामले का खुलासा हो सके.
पीएम व एफएसएल के इंतजार में पुलिसबताते चलें कि इस घटना के बाद मामले में तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन पुलिस पीएम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट के इंतजार में लगी हुई है. पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि राजकुमार की हत्या की गयी हैं या उसने स्वयं ही गोलीमार कर आत्महत्या की है. मामले में थानाध्यक्ष राज शेखर ने बताया कि अनुसंधान चल रहा है. जल्द ही मामले का खुलासा हो जायेगा.
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