सिसवन. प्रखंड के महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्र चैनपुर बाजार एक बार फिर अतिक्रमण की चपेट में है. इससे लगने वाले जाम से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जिम्मेदार लोग इस बाजार से गुजरते हैं, मगर उन्हें या तो अतिक्रमण दिखता ही नहीं है या अतिक्रमण हटानेे की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. गौरतलब हो कि बाजार स्थित स्टेट हाइवे के दोनों तरफ स्थायी घर और दुकानें हैं. दुकानों के सामने घरवालों ने टीन और प्लास्टिक से निर्मित अस्थायी निर्माण कर सड़क के दोनों तरफ कब्जा कर लिया था. इसके अलावा कई लोग अपनी दुकान के सामने ठेले व फड़ लगवाकर किराया वसूलते थे. जो कुछ जगह बचती थी, उस पर दुकानदार व ग्राहक बेतरतीब दोपहिया वाहन खड़े कर देते थे. इससे जाम लग जाता था. अतिक्रमण के खिलाफ पथ निर्माण विभाग की पहल पर सिसवन अंचल प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर अतिक्रमण हटा दिया था. इस दौरान प्रशासन को व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा था. लेकिन, अतिक्रमण हटाने के बाद से व्यापारी फिर से सक्रिय हो गये. उन्होंने फिर से अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है. इससे सड़कें संकरी हो गयी हैं. खास बात है कि जिम्मेदार लोग बाजार से अक्सर गुजरते हैं, मगर कोई भी अतिक्रमण हटाने की पहल शुरू नहीं कर रहा है. ऐसी स्थिति में रोजाना बाजार में जाम लगा रहता है और लोगों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.2023 में हटाया गया था अतिक्रमण
बताया गया कि चैनपुर बाजार के स्टेट हाइवे 89 पर पथ के 28 किमी पर किये गये अतिक्रमण को हटाने के लिए सिसवन अंचल कार्यालय में अतिक्रमण वाद चलाया गया था, जिसमें अतिक्रमण हटाने के लिए 20 सितंबर से 22 सितंबर की अवधि निश्चित की गयी थी. बताया गया कि सिसवन के तत्कालीन सीओ सतीश कुमार ने अतिक्रमण हटाने के लिए पथ निर्माण विभाग से जेसीबी, अमीन व मजदूर की मांग की थी, जवाब में पथ प्रमंडल सीवान के कार्यपालक अभियंता ने सीओ को सूचित किया था कि पथ प्रमंडल कार्यालय में कोई अमीन की नियुक्ति नहीं है, इसलिए अमीन की व्यवस्था पथ प्रमंडल विभाग को करने में असमर्थ हैं. कार्यपालक अभियंता ने अतिक्रमण हटाने के लिए एक जेसीबी मशीन तथा 10 लेबर तैनात करने का आदेश दिया था. इसके बाद जेसीबी मशीन की मदद से अतिक्रमण हटाया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है