गुठनी. एक ओर सरकार आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से क्षेत्र में कुपोषण दूर करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च भी हो रहे हैं.
इसके बावजूद इसका लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है. आलम यह है कि प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में समुचित व्यवस्था नहीं रहने से इस तपती गर्मी में अब नौनिहालों के माता-पिता उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र भेजने से परहेज करने लगे हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में न तो शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है और न ही गर्मी से बचने के लिए पंखे की व्यवस्था है. विभागीय आंकड़ों के मुताबिक प्रखंड क्षेत्र में कुल 156 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. इनमें अबतक में 98 आंगनबाड़ी केंद्र में विभाग की ओर से बिजली का स्मार्ट मीटर लगा दिया गया है, लेकिन अब तक पंखे नहीं लगाये जा सके हैं. इस कारण आंगनबाड़ी केंद्र में भीषण गर्मी से बच्चे परेशान रहते हैं. एक ओर जिले में तापमान 39 डिग्री के पार पहुंच चुका है. ऐसे में इन आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्मी की तपिश के बीच पढ़ाई करने में बच्चे पसीने से तर-बतर रहते हैं. वहीं दूसरी ओर सेविकाओं को भी केंद्र संचालन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई बार बच्चे गर्मी से रोने भी लगते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है. हालांकि गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने आंगनबाड़ी केंद्रों का समय सुबह 7:30 से 11:30 बजे तक निर्धारित कर दिया है. लेकिन, उमस भरी गर्मी के कारण बच्चे अब आंगनबाड़ी जाने में कतराने लगे हैं. केंद्रों में बच्चों की उपस्थिति भी धीरे-धीरे घटने लगी है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक इस भीषण गर्मी के बीच भी आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन से चिंतित हैं. उनका कहना है कि जून के पहले सप्ताह से ही तापमान 39 डिग्री पार चला गया है. इससे सभी परेशान हैं. ऐेसे में गर्मी को देखते हुए प्राथमिक स्कूल से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों तक में गर्मी की छुट्टी दे दी गयी है. फिर आंगनबाड़ी केंद्रों में क्यों नहीं छुट्टी दी जा रही. अभिभावकों का कहना है कि अभी तो पूरा जून और जुलाई का महीना बाकी है. अभिभावक शोभा देवी, श्यामवती देवी, रेणु कुमारी, ममता देवी व सिंधु देवी आदि ने कहा कि सरकारी स्कूलों में जून के पहले ही सप्ताह में ही गर्मी की छुट्टी हो गयी है. दिन-ब-दिन गर्मी और बढ़ती जा रही है.क्या कहती हैं पदाधिकारी
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सरोज पाठक ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आइसीडीएस की ओर से पंखा लगाया जायेगा. अभी न तो पंखा और न ही राशि विभाग की ओर से आयी है. वहीं गर्मी में बच्चों को केंद्र बुलाये जाने और छुट्टी के सवाल पर वह बयान देने से बचती रहीं. अभी होमगार्ड की बहाली ड्यूटी में हूं, बाद में बात करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है