हसनपुरा. तलाकशुदा व परित्यक्ता मुस्लिम महिलाएं भी अब आत्मनिर्भर बनेंगी. इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओंं के लिए सहायता योजना चलायी जा रही है, जिसके जरिये उन्हें वित्तीय सहायता देकर सशक्त व आत्मनिर्भर बनाया जा सके. ये योजनाएं वित्तीय 2006-07 से ही संचालित की जा रही हैं. इसके तहत तलाकशुदा महिलाओं को सहायता के तौर पर पहले महज 10 हजार की राशि ही दी जाती थी. लेकिन अब सरकार ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में सहायता राशि को बढ़ाकर 25 हजार कर दिया है, जिससे वे स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें. प्रखंड अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि विभागीय स्तर से इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें. सहायता राशि बढ़ने से संबंधित महिलाओं को वित्तीय पोषण करते हुए आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. आवेदन व परित्यक्ता एवं तलाकशुदा की जांच डीएम के निर्देश पर एक महीने में संबंधित बीडीओ व सीओ से करायी जायेगी. इसके अलावा 10 फीसदी आवेदनों की जांच स्वयं जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी अपने स्तर से करेंगे. परित्यक्त व तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से सहायता योजना के तहत 25 हजार की राशि दी जायेगी.
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