प्रतिनिधि, महाराजगंज.ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर बोगी के दो बर्थ के बीच कपड़े के झूला बनाकर करीब 33 घंटे का सफर करने वाले मजदूर यात्री महाराजगंज अनुमंडल के दुरौंदा जंक्शन से रोज चलने वाली जनसेवा एक्सप्रेस के लगभग हर बोगी में इस तरह का सफर करते दिख जायेंगे. पिछले एक सप्ताह से हजारों की संख्या में ट्रेनों से मजदूर जा रहे हैं. जनसेवा एक्सप्रेस में जगह कम पड़ गई है. क्षमता से दो से ढाई गुना अधिक मजदूर यात्री जनसेवा एक्सप्रेस की बोगियों में ठूसकर सफर करने को मजबूर हैं. शौचालय से लेकर यात्रियों की आवाजाही वाले रास्ते तक श्रमिक भरे रहते हैं. बोगी में चढ़ने और उतरने वाला रास्ता तक भीड़ से जाम रहता है. हर रोज करीब एक हजार मजदूर अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों से पलायन हो रहा है. मजदूर का हुजूम धान रोपनी के लिए पंजाब और हरियाणा राज्य जा रहा है. भीड़ इस कदर कि जनसेवा जैसी जनरल बोगी वाली ट्रेन में एक दिन में जगह मिलना अभी संभव नहीं है. जनसेवा में जगह पाना जंग जीतने से कम नहीं: इन दिनों जनसेवा एक्सप्रेस में जगह पाना किसी जंग जीतने से कम नहीं. जैसे ही छपरा जंक्शन से दुरौंधा जंक्शन पर जनसेवा एक्सप्रेस पहुंचती मजदूर यात्रियों की भीड़ जगह पाने के लिए मारामारी में जुट जाता है. कोई इमरजेंसी खिड़की से बोगी के अंदर घुसने की कोशिश में लग जाता तो कोई गेट से. इस दौरान आपस में नोकझोंक की स्थिति भी बन आती है.भीड़ को देखकर भी यात्रियों को कतारबद्ध कर ट्रेन में चढ़ाने की कोई व्यवस्था नहीं रहती है.अपने और परिवार की भूख मिटाने की खातिर जान को जोखिम में डालकर सफर करने को मजदूर यात्री विवश हैं. पंजाब और हरियाणा राज्य में धान रोपनी का सीजन होने के कारण पलायन की रफ्तार तेज है.
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