Sunita Williams: बिहार के समस्तीपुर के कलाकार कुंदन कुमार रॉय ने अपनी अनोखी कल्पना से मिथिला पेंटिंग को एक नई दिशा दी है. उन्होंने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की पृथ्वी वापसी को लेकर एक विशेष पेंटिंग तैयार की है, जिसमें उन्होंने विज्ञान और पारंपरिक कला का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है.
मिथिला पेंटिंग में अंतरिक्ष यात्रा की झलक
इस विशेष पेंटिंग में सुनीता विलियम्स और उनके अंतरिक्ष सहयोगियों को मछली के आकार के यान में पृथ्वी की ओर लौटते हुए दर्शाया गया है. यह चित्रण न केवल मिथिला कला की समृद्धि को दर्शाता है, बल्कि अंतरिक्ष की जटिलताओं को भी सरल तरीके से व्यक्त करता है. उनकी यह रचना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और कला प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.
रंगों की दुनिया में सीमाओं से परे कला
कुंदन कुमार रॉय को कलर ब्लाइंडनेस है, जिससे वे रंगों को सही तरीके से पहचानने में असमर्थ हैं. बावजूद इसके, उन्होंने सिर्फ काले और सफेद रंगों का उपयोग कर इस पेंटिंग को जीवंत बनाया है. उनकी इस कला को देखकर लोग चकित रह गए हैं और उनकी प्रतिभा की जमकर सराहना कर रहे हैं.
पहले भी बना चुके हैं अनोखी पेंटिंग्स
यह पहली बार नहीं है जब कुंदन की कोई पेंटिंग चर्चा में आई हो. इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स और भारतीय एथलीटों पर भी मिथिला पेंटिंग के जरिए बेहतरीन चित्रण किया था, जिसे खूब सराहा गया था. उनकी हर पेंटिंग में एक अनूठा संदेश छिपा होता है, जो लोगों को प्रेरित करता है.
प्रभात खबर प्रीमियम स्टोरी: ओडिशा के मंदिरों पर थी औरंगजेब की नजर, आज उसके कब्र पर मचा बवाल
ये भी पढ़े: बार-बार भारत में घुसपैठ की कोशिश, इस बार फर्जी आधार कार्ड लेकर बिहार पहुंचा ये बांग्लादेशी
बिहार की कला को नई पहचान
कुंदन कुमार रॉय जैसे कलाकार यह साबित कर रहे हैं कि मिथिला पेंटिंग सिर्फ पारंपरिक विषयों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे आधुनिक विषयों से भी जोड़ा जा सकता है. सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा पर बनाई गई उनकी यह पेंटिंग बिहार की कला को वैश्विक मंच पर ले जाने में मददगार साबित हो रही है.