मुंगेर. अपने चार बच्चों के साथ कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली 35 वर्षीय ललिता देवी को शुक्रवार को होश आ गया. जिसके बाद उसने बच्चों के साथ जहर खाकर आत्महत्या करने के प्रयास को लेकर पूरी बात बतायी. जिससे यह तो साफ हो गया कि नशे की लत परिवार को बर्बाद करने के लिए ही काफी है. पति के नशे की लत और आये दिन झगड़े से परेशान होकर ही ललिता देवी ने अपने चार बच्चों के साथ कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, सभी का इलाज अभी सदर अस्पताल में चल रहा है.
नशे का आदि है पति
शुक्रवार को होश में आने के बाद ललिता देवी ने बताया कि 13 साल पहले उसका विवाह जमालपुर ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र के धोबी घाट में रहने वाले ओम प्रकाश मंडल के पुत्र जितेंद्र मंडल से हुई थी. हालांकि ससुर और सास रेणु देवी की मौत के बाद वह अपने पति के साथ भागलपुर जिला के शाहकुंड थाना क्षेत्र के खुल्ली गांव अपने मायके में रहने लगी. उसका पति जितेंद्र मंडल नशे का आदि है. साथ ही हमेशा गांजा और शराब पीने के लिए उससे पैसा मांगता है और पैसा नहीं देने पर उसके साथ मारपीट करता है. वह 5 अप्रैल को कमाने गुजरात जाने वाला था. गुरुवार को भी उसका पति उससे गांजा पीने के लिए पैसे मांग रहा था. उसने जब कहा कि जाने समय रास्ते के लिए कुछ पैसे रखो तो वह उसके साथ मारपीट करने लगा. जिसके बाद वह अपने बच्चों के साथ घर से निकल गयी.
गांव में ही खरीदा था कीटनाशक
ललिता देवी ने बताया कि जब पति को ही कोई मतलब नहीं रहता है तो बच्चों को लेकर वह घर से निकल गयी. जहां उसने गांव के ही एक दवा दुकान से कीड़े मारने की दवा ली. जिसके बाद बच्चों के साथ अकबरनगर रेलवे स्टेशन आयी. जहां से ट्रेन से वह जमालपुर आ गयी. जमालपुर आने के बाद उसने बच्चों के साथ कीटनाशक दवा पी ली, इसके बाद उसे कुछ याद नहीं है. हालांकि बताया गया कि जमालपुर में बेहोशी की हालत में होने के बाद आरपीएफ जवानों ने उसे ई-रिक्शा से जमालपुर पीएचसी भेज दिया. जहां से उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया.
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दो बच्चों की स्थिति अभी भी नाजुक
ललिता देवी और उसके चार बच्चे 10 वर्षीय पुत्र अमित कुमार, 9 वर्षीय पुत्री चांदनी कुमारी, 4 वर्षीय पुत्री मानवी कुमारी तथा 1 साल की काजल कुमारी को बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल लाया गया था. इलाज के बाद शुक्रवार को ललिता देवी, अमित कुमार और एक साल की काजल कुमारी को होश आ गया. पीकू वार्ड में कार्यरत चिकित्सक डॉ शशांक कुमार ने बताया कि दो बच्चों की हालत सामान्य है. हालांकि दो बच्चे 9 साल की चांदनी कुमारी और 4 साल की मानवी कुमारी की हालत अब भी नाजुक है, जिसका इलाज किया जा रहा है.
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