Patna: राजधानी पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पटना पुलिस ने पिछले 48 घंटों में इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड से जुड़े दो बड़े मोड़ों पर सफलता हासिल की है. सोमवार रात पुलिस ने मुख्य शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया, जबकि मंगलवार सुबह एक अन्य वांछित आरोपी को एनकाउंटर में ढेर कर दिया.
मास्टरमाइंड के तौर पर अशोक साव का नाम सामने
जांच में जो सबसे अहम बात सामने आई है, वह यह कि इस हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड अशोक कुमार साव बताया जा रहा है.अशोक साव पटना सिटी इलाके का रहने वाला है और पहले सरिया का व्यापार करता था. वर्तमान में उसकी पहचान एक बिल्डर के रूप में हो रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अशोक साव की दुकान सिटी इलाके में ही है और उसने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक पूर्व सीए के साथ भी काम किया है.
कारोबारी रिश्ते बने दुश्मनी की वजह?
बताया जा रहा है कि कभी अशोक साव और गोपाल खेमका के बीच व्यापारिक संबंध थे. दोनों ने राजधानी पटना के तीन बड़े प्रोजेक्ट्स में एक साथ काम किया था. लेकिन किसी वजह से गोपाल खेमका इन प्रोजेक्ट्स से अलग हो गए थे, जिसके बाद अशोक साव ने खुद वही काम शुरू कर दिए जो खेमका किया करते थे. सूत्रों की मानें तो यहीं से दोनों के बीच कारोबारी रंजिश की शुरुआत हुई।
साढ़े तीन लाख की सुपारी में हुई हत्या!
शूटर उमेश यादव से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अशोक साव ने ही उसे गोपाल खेमका की हत्या की सुपारी दी थी. इसके लिए उसे साढ़े तीन लाख रुपये का भुगतान किया गया था. पुलिस को शक है कि इस हत्या के पीछे जमीन विवाद या कारोबार हो सकता है.
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पुलिस का एक्शन मोड
अब तक इस हत्याकांड में 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि 5 की गिरफ्तारी हो चुकी है. बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार आज शाम को इस मुद्दे पर क्रॉन्फ्रेंस करके सारी जानकारी देंगे.
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