बोकारो, जिले की 83 सरकारी देसी-विदेशी मसालेदार शराब की दुकानें पांच जुलाई से बंद हो जायेंगी. 30 जून को केएस मल्टी फैसिलिटी कंपनी का एग्रीमेंट सरकार से समाप्त हो गया. सरकार की ओर से अवधि विस्तार नहीं किया गया है. कोई नया आदेश भी लागू नहीं किया गया है. इस कारण जिले में चल रही सभी 83 सरकारी शराब दुकानें ऑडिट होने के बाद बंद रहेगी.
दंडाधिकारी की उपस्थिति में जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की 28 सरकारी शराब दुकानों का ऑडिट हो गया है. जिन दुकानों का ऑडिट हुआ है, दंडाधिकारी की उपस्थिति में उत्पाद विभाग के अधिकारी सील कर रहे हैं. पांच जुलाई के बाद जब तक सरकार से कोई आदेश नहीं प्राप्त हो जाता है, तब तक सभी दुकानें बंद रहेंगी. शराब दुकान बंद होने से विभाग को जो राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया है. उसे प्राप्त करने में भी परेशानी होगी.जिला प्रशासन के अधिकारियों को बनाया गया है दंडाधिकारी
जिला प्रशासन के अधिकारियों को दंडाधिकारी बनाया गया है. ऑडिटर की टीम, एजेंसी का एक नामित व्यक्ति, दंडाधिकारी, उत्पाद विभाग के कर्मचारी की उपस्थिति में वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए सभी सामान का टेकओवर किया जा रहा है. प्रत्येक दुकान से शराब की बोतलें, स्कैनर, प्रिंटर, फ्रिज, रजिस्टर सहित अन्य सामान की लिस्ट बनायी जा रही है, ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना हो सके.ऑडिट के बाद जिले की सभी शराब दुकानें बंद रहेंगी
बोकारो के सहायक उत्पाद आयुक्त उमाशंकर सिंह ने कहा कि जब तक कोई आदेश सरकार की ओर से नहीं आ जाता है, ऑडिट के बाद जिले की सभी शराब दुकानें बंद रहेंगी. शराब दुकान में रखी गयी शराब सहित सभी सामान का दंडाधिकारी की उपस्थिति में वीडियो रिकॉर्डिंग करते हुए मिलान किया जा रहा है. इसके बाद सील किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है