फुसरो नगर, दिशोम गुरु की शव यात्रा और दाह संस्कार कार्यक्रम में झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष बेबी देवी, झामुमो के डुमरी विस प्रभारी अखिलेश महतो, झामुमो नेता मदन मोहन अग्रवाल, अनिल अग्रवाल समेत नावाडीह, चंद्रपुरा व बेरमो प्रखंड से झामुमो के कई नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए. बेबी देवी ने परिवार की महिलाओं को ढांढस बंधाया. मंगलवार को विधानसभा में गुरुजी को श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने कहा कि दिशोम गुरु का जीवन संघर्ष, आंदोलन और जनसेवा की मिसाल है. झारखंड हित में अंतिम समय तक लड़ते रहे. अखिलेश महतो ने कहा कि झारखंड की माटी ने अपना एक सपूत खो दिया है. पिता जगरनाथ महतो के निधन के बाद बाबा अभिभावक के रूप में थे. जब भी मिला, सुख-दुख से अवगत होते थे. श्री अग्रवाल ने कहा कि अंत्येष्टी में उमड़ी भीड़ ने साबित कर दिया कि वे झारखंड के कण-कण में हमेशा बसे रहेंगे. मंत्री योगेंद्र महतो, डुमरी विधायक जयराम महतो, गोमिया के पूर्व विधायक लंबोदर महतो, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष कुमार गौरव भी दाह संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए. बेरमो विधायक कुमार जयमंगल व कांग्रेस नेत्री अनुपमा सिंह भी रांची पहुंचे और शव यात्रा में शामिल होकर नेमरा पहुंचे. विधायक ने कहा कि पिता स्व राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ गुरुजी का गहरा नाता था. कोरोना काल में पिता के निधन के समय गुरुजी हमलोगों को ढांढस बंधाते रहे थे.दिशोम गुरु को किया अंतिम जोहार
महुआटांड़.
मंत्री योगेंद्र प्रसाद भी नेमरा पहुंचे और दिशोम गुरु को अंतिम जोहार किया. उन्होंने कहा कि बाबा हमारे पथ प्रदर्शक थे. उनका संपूर्ण जीवन झारखंड के हक के लिए समर्पित रहा. उनका जाना झारखंड की आत्मा को एक गहरा आघात है. यह अपूरणीय क्षति है. गोमिया की पूर्व विधायक बबीता देवी भी विधानसभा पहुंची और श्रद्धांजलि दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है