पेटरवार, विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत शनिवार को पेटरवार प्रखंड अंतर्गत कोनारबेड़ा, पुरनापानी, कातरबेड़ा, एटके, रुकाम, लेपो, जाराडीह व काटमकुलही गांवों में कृषि विज्ञान केंद्र पेटरवार की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन में शामिल महिला व पुरुष किसानों को आधुनिक कृषि के गुर कृषि वैज्ञानिकों ने विस्तार पूर्वक बताया. कृषि के प्रति निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ लगातार मेहनत करने की नसीहत भी दी. ताकि अपनी आय में वृद्धि कर अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठा सकें. भारत सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कुसुम योजना, केसीसी, दलहन, तेलहन एन एफ एस एम योजना, मोटे अनाजों की खेती आदि योजनाओं की जानकारी दी गयी. योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया. रवि व खरीफ फसलों सहित साग सब्जी के अधिकतम उत्पादन, बीमारियों से निजात पाने की विधि, मिट्टी जांच, आर्गेनिक खाद का प्रयोग के लाभ के विषय पर जानकारी के साथ कई टिप्स दिये गये. मोटे अनाजों में मकई, मडुआ, ज्वार बाजरा, गोंदली, कोदो आदि की खेती के विषय पर बताया गया. कहा गया कि ये फसल कम लागत, कम पानी एवं कम मेहनत में होने वाले फसल हैं, जिनकी आधुनिक समय में स्वास्थ्य के लिए काफी मांग है. जो ऊंची दर पर बिकती है. इससे किसानों की आय में वृद्धि हो सकेगी. ये थे मौजूद मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ अरुण नाथ पुरान, डॉ जयपाल सिंह चौधरी, डॉ आदर्श कुमार श्रीवास्तव, डॉ विनय कुमार, डॉ नीना भारती, डॉ उदय कुमार सिंह, डॉ अनिल कुमार, डॉ सोमेश्वर भगत, उमेश कुमार सहित जेएसएलपीएस के प्रिंस कुमार, मनोज महतो, नकुल महतो व किसान उपस्थित थे.
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