बोकारो, एक शहर है वेनिस, जहां जलमार्ग ही आवागमन का साधन है. वर्तमान में बोकारो जिला का स्वरूप भी वेनिस की तरह ही हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण जिला का हर क्षेत्र लबालब स्थिति में है. चाहे सेक्टर हो या ग्रामीण क्षेत्र, चाहे नगर निगम का क्षेत्र हो या रिहायशी इलाका हर जगह जलजमाव की स्थिति बनी. कई जगह लोग घर छोड़ने को विवश हुए. शहर की तमाम कनेक्टिंग अंडरपास में कई फीट जलजमाव से आवागमन बाधित हुआ. जिला का हार्ट कहे जाने वाले सिटी सेंटर, सेक्टर चार में जलजमाव के कारण रेहड़ी व फुटपाथ दुकान नहीं खुली. चास की स्थिति तो बद से बदतर देखी गयी. विभिन्न वार्ड के दर्जनों कॉलोनी जलमग्न हुई. लोग रात भर जागकर घर से पानी निकालने व सामान बचाने की कोशिश करते दिखे.
शहर का कनेक्टिंग अंडरपास हुआ लबालब, आवागमन हुआ प्रभावित
कई जगहों पर पेड़ उखड़ गया. जलजमाव के कारण रास्ता बाधित हो गया. लोगों को रास्ता बदलकर गंतव्य तक जाना पड़ा. सेक्टर 12 मोड़ के पास भी एक लेन सड़क में जलजमाव हुआ. सीइजेड गेट व इस्पात नगर रेलवे स्टेशन अंडर पास में जलजमाव के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
जुलाई में अबतक सामान्य से 37 प्रतिशत अधिक बारिश
11 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जायेगा, पर इस साल बोकारो में बारिश का सावन पहले से ही शुरू हो गया है. जिला में जुलाई माह में सामान्य से 37 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. जुलाई माह में सामान्य तौर पर 79.5 मिमी बारिश होती है. लेकिन, इस साल 109.1 मिमी बारिश हुई है. वहीं अगर अबतक के मॉनसून सीजन की बात करें तो 59 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. आम तौर पर अबतक 246.1 मिमी बारिश होती है. लेकिन, इस साल अबतक 391.4 मिमी बारिश हुई.
सेक्टर 02 : कल्याण विभाग का स्कूल हुआ जलमग्न
सेक्टर 02 स्थित कल्याण विभाग का सुभाष चंद्र बोस आवासीय स्कूल जलमग्न हो गया. सेक्टर 01 स्थित श्रीराम मंदिर चौक व सेक्टर 09 के कई हिस्से में जलजमाव हो गया. तिरंगा पार्क सेक्टर 01 में जल निकासी की व्यवस्था फेल होने के कारण आसपास के घरों में पानी घुसा. इसके बाद यहां के लोगों को अस्थायी तौर पर टाउन हॉल में शिफ्ट किया गया. वहीं सेक्टर 03 के निचले हिस्से के क्वार्टर में व आर्या विहार कॉलोनी में भी बारिश का पानी घुस गया.चास नगर निगम की खुली पोल
चास को बोकारो जिला का मुख्य बाजार माना जाता है. बारिश के कारण चास की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. शायद ही कोई वार्ड हो, जहां जलजमाव के कारण लोगों को परेशानी नहीं हुई हो. हालांकि, बारिश थमने के बाद लोगों को राहत जरूर मिली. लेकिन, बारिश के क्रम में चास नगर निगम का पोल जरूर खुल गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है