बोकाराे, सेल के उत्पादन लागत व बिक्री मूल्य का आंकड़ा अधिकारिक वेबसाइट पर जारी होने के बाद सेल-बीएसएल कर्मी कम मुनाफा पर सवाल उठा रहे हैं. सेल के सभी पांच एकीकृत स्टील प्लांटों के उत्पादन लागत का आंकड़ा सार्वजनिक हुआ है. इसमें सबसे अधिक उत्पादन लागत भिलाई स्टील प्लांट का व सबसे कम उत्पादन लागत बोकारो स्टील प्लांट का आया है. मतलब, बीएसएल कम लागत में भी हर माह रिकाॅर्ड उत्पादन कर रहा है. बीएसएल के कई विभाग उत्पादन में मासिक रिकाॅर्ड उत्पादन कर रहे है.
मुनाफा मात्र 3000 करोड़ रुपये होने पर सवाल उठा रहे कर्मी
एक टन उत्पाद लागत व बिक्री के बीच औसतन ₹7000 का लाभ आने व 17 मिलियन टन बिक्री होने के बावजूद मुनाफा मात्र 3000 करोड़ रुपया होने पर सेल-बीएसएल कर्मी सवाल उठा रहे हैं. कर्मियों का कहना है कि दिन-प्रतिदिन उत्पादन में नया कीर्तिमान बनाया जा रहा है, जिसकी घोषणा सेल व यूनिट खुद करती रहती है. एबीटा तक आंकड़ा भी काफी अच्छा रहता है. फिर भी, कर पूर्व लाभ व कर पश्चात लाभ एबीटा का मात्र 25 प्रतिशत हीं रह जाता है. इससे सेल के ऑडिट रिपोर्ट पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है.कर्मियों की कई मांगों को एक दशक से अटकाया गया है
बीएकेएस के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि 6-7 सालों में सेल का कुल एबीटा 60000 करोड़ रुपया से अधिक है. इस वर्ष भी 11000 करोड़ रुपया से अधिक है. फिर भी कर पूर्व लाभ मात्र 3000 करोड़ रुपया हीं प्रदर्शित किया गया है. प्रत्येक वर्ष 6000-7500 करोड़ रुपया कैपेक्स में खर्च किया जा रहा है. सेल का ऋण भी कम हो रहा है, जो साबित करता है कि कर्मियों के मेहनत से कमाये पैसे को कैपेक्स में लगाया जा रहा है, जबकि कर्मियों के कई मांगों को एक दशक से अधिक समय से अटकाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है