कसमार, एक महिला से उसके 10 माह के पुत्र को छीन कर उसे ससुराल से निकालने के मामले की जांच करने गयी चास महिला थाना प्रभारी सुनीला लिंडा पर शनिवार को हमला हो गया. घटना कसमार थाना क्षेत्र के मधुकरपुर गांव की है. कसमार पुलिस ने महिला के पति मनसू कुमार महतो को मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. कसमार थाना में दर्ज प्राथमिकी में सुनीला लिंडा ने कहा है कि आठ जुलाई को मनसू महतो की पत्नी रेखा देवी ने महिला थाना में अपने पति व ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें पति व ससुराल वालों द्वारा उसके 10 महीने के दुधमुंहे बच्चे को छीनकर उसे घर से निकालने की बात कही थी. रेखा ने अपने बच्चे को वापस दिलाने की गुहार लगायी थी. सुनीला लिंडा ने बताया कि शनिवार को वह सअनि रेखा कुमार, कसमार थाना के एसआइ रंजन कुमार सिंह व पुलिस बल के साथ रेखा देवी को लेकर उसकी ससुराल पहुंचीं. उस वक्त रेखा का पति मनसू कुमार महतो, ससुर शांति महतो व सास सुलोचना देवी घर में मौजदू थे. बेटे को गोद में लेना चाहा, तो पति ने पत्नी को पीटा, रोकने पर थानेदार से की मारपीट : सुनीला लिंडा के अनुसार, उन्होंने मनसू कुमार महतो को उसके 10 महीने के बच्चे को सामने लाने काे कहा. साथ ही, रेखा देवी को घर से निकालने की वजह पूछी. इसी बीच रेखा अपने बच्चे को गोद में लेने के लिए पति मनसू के पास गयी, तो उसने रेखा से मारपीट शुरू कर दी. जब सुनीला लिंडा ने रोकने का प्रयास किया, तो मनसू ने उनसे भी मारपीट की. इधर, मनसू की मां सुलोचना देवी पुलिस बल के साथ गाली-गलौज करने लगी. सुश्री लिंडा ने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी एवं जवान जब उनका बचाव करने पहुंचे, तो मनसू और उसकी मां ने उनलोगों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया. हालांकि, समझाने-बुझाने पर ससुरालवालों ने रेखा को उसका दुधमुंहा बच्चा सौंप दिया. इस दौरान पुलिस ने आरोपी मनसू महतो को गिरफ्तार कर लिया. कसमार थाना प्रभारी भजनलाल महतो ने कहा कि पुलिस शालीनता के साथ कार्य कर रही है. जनता उसका सहयोग करे. कानून हाथ में लेनेवालों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जायेगा. इस संबंध में कसमार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपी मनसू कुमार महतो को जेल भेज दिया गया है.
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