बोकारो, पूर्व सांसद चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे ने श्रमिकों व गरीबों की आवाज बुलंद की. यूनियन को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया. उनका निधन अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है. वह संघर्षशील, मिलनसार व सिद्धांतवादी नेता थे. ये बातें झारखंड सहित बोकारो के वरीय कांग्रेस व इंटक नेताओं ने शनिवार को कही. मौका था चंद्रशेखर दुबे के निधन पर बोकारो स्टील वर्क्स यूनियन कार्यालय सेक्टर 3बी 375 में आयोजित शोकसभा का. इसमें यूनियन पदाधिकारियों, कर्मियों व स्थानीय श्रमिकों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया. स्व. दुबे के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. सभी ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति व शोकाकुल परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
कोल, सेल व बोकारो-धनबाद के कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि
शोक सभा में इंटक के महामंत्री एनजी अरुण, उपाध्यक्ष आरएन चौबे, धीरज प्रसाद साहू, प्रदेश इंटक अध्यक्ष प्रदीप कुमार बालमुचू, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, धनबाद सांसद ढुलू महतो, पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, बोकारो विधायक श्वेता सिंह, चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक, डीसी अजयनाथ झा, डीडीसी शताब्दी मजूमदार, बीएसएल निदेशक प्रभारी बीके तिवारी, अधिशासी निदेशक (एचआर) राजश्री बनर्जी, मुख्य महाप्रबंधक एके शरण, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी ललन चौबे, वरुण सिंह, इसराफिल अंसारी, ललन चौबे, कालीचरण यादव, कमल दूबे, टुटु, मुख्य महाप्रबंधक एके शरण, महाप्रबंधक प्रभाकर बोकारो स्थित सभी यूनियन के पदाधिकारियों सहित कोल, सेल व बोकारो धनबाद के सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है