बोकारो, ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा बोकारो के तत्वावधान में सोमवार को प्लांट के अंदर इडी वर्क्स बिल्डिंग में दर्जनों की संख्या में मजदूर जुलूस निकालकर नारा लगाते हुए पहुंचे. मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया गया. अध्यक्षता आरके गोरांई ने की. वक्ताओं ने कहा कि बीएसएल-सेल में पिछले चार साल से एमओयू साइन होने के बावजूद भी वेतन समझौता आधा-अधूरा है. प्रबंधन मनमानी कर रहा है, जबकि इन्हीं मजदूरों की बदौलत प्रत्येक साल हजारों करोड़ का मुनाफा प्रबंधन कमा रही है. लेकिन, मजदूरों का कमाया हुआ 39 महीने के बेसिक डीए का एरियर देना नहीं चाहती है. ऐसा एनजेसीएस के इतिहास में पहली बार देख रहे हैं. ग्रेच्युटी पर 20 लाख पर एकतरफा सीलिंग लगा दिया गया है. आंदोलन करने पर दूसरे प्लांट में स्थानांतरण कर दिया जाता है. स्थायी कामों के लिए मैन पावर का घोर अभाव है. लेकिन, उसके स्थान पर अकुशल कामगारों को लगा दिया गया है.
हम अधिकार लेना जानते हैं : बीडी प्रसाद
सीटू के महामंत्री बीडी प्रसाद ने कहा कि प्लांट के सभी विभागों के दर्जनों मजदूरों भारी बारिश के बीच सभा में पहुंचकर यह साबित किया है कि हम जिंदा कौम है और अपने हक- अधिकार को हासिल करने के लिए लड़ना जानते हैं. कहा कि कोयला के मजदूर आंदोलन के बल पर ना केवल सम्मानजनक वेतन समझौता करवाते हैं, बल्कि साल में 86000 रुपये तक बोनस भी हासिल करते हैं.
न्यूनतम मजदूरी मांगने पर ठेका मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है : रामाश्रय
एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि ठेका मजदूर को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया है. जॉब की कोई गारंटी नहीं है. न्यूनतम मजदूरी मांगने पर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है. इसलिए मोर्चा ने मांग की है कि ठेकेदार बदले, लेकिन मजदूर वही रहेगा की नीति लागू करो. देशव्यापी 17सूत्री मांगों के साथ उक्त सवालों को लेकर बोकारो के नियमित व ठेका मजदूर नौ जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प दुहराते हैं. सभा को इंटक के दीपक मिश्रा व एआइयूटीयूसी के सुभाष प्रमाणिक ने भी संबोधित किया. मंगलवार को हड़ताल के पूर्व संध्या पर बीएसएल मेन गेट पास सेक्शन पर सभा होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है