कसमार, पेटरवार-तेनुघाट मुख्य मार्ग में ओरदना के निकट स्थित प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल खूंटा बाबा के परिसर में सखुआ के बड़े-बड़े सूखे पेड़ दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं. लगभग एक दर्जन से अधिक पेड़ पूरी तरह से सूख चुके हैं. इनमें मुख्य मंदिर के ठीक सामने चार और उसके बगल में दायीं ओर दो बड़े-बड़े सूखे पेड़ हैं. इसके अलावा मंदिर परिसर में अलग-अलग जगहों पर सखुआ के लगभग एक दर्जन अन्य पेड़ भी पूरी तरह से सुख चुके हैं और उसके टूटकर गिरने का खतरा बना हुआ है. इसमें रखिनि मंदिर के सामने भी चार पेड़ है.
लोक आस्था का एक प्रसिद्ध स्थल
मालूम हो कि खूंटा बाबा लोक आस्था का एक प्रसिद्ध स्थल है. यहां की खासियत यह है कि यहां प्रत्येक दिन पूजा (बलि) होती है. बोकारो जिला के अलावा झारखंड व बंगाल के अन्य राज्यों से भी हर दिन हजारों लोग पूजा करने अथवा प्रसाद खाने को यहां आते हैं. इस दौरान मंदिर व परिसर में दिनभर भीड़भाड़ बनी रहती है. ऐसे में सूखे पेड़ों के टूट कर गिरने से अप्रिय घटना घटित होने का खतरा बना हुआ है. बताया जाता है कि उक्त पेड़ काफी पुराने होने के कारण पूरी तरह से सूख गए हैं, लेकिन उसे हटाया नहीं जा रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर मंदिर के पुजारी सुरेंद्र पाहन ने कहा कि इस परिसर के पेड़ों को काटने का रिवाज नहीं है. वे स्वतः सूखकर गिर जाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि जानमाल के संभावित खतरा को देखते हुए इस संबंध में सामूहिक निर्णय लेकर कोई विचार किया जा सकता है.
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