बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट में कार्यरत एस-6 ग्रेड तक के नॉन एग्जीक्यूटिव कर्मियों के लिए चार पहिया वाहन के गेट पास जारी करने की मांग को लेकर बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन (बीड़ू) का प्रतिनिधिमंडल औद्योगिक संबंध विभाग के महाप्रबंधक प्रभाकर कुमार से मिला. साथ हीं, मुख्य महाप्रबंधक, मानव संसाधन के नाम मांग पत्र देते हुए जल्द से जल्द उचित कदम उठाने की मांग की.
यूनियन के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि वर्तमान में अधिकारियों और नॉन एग्जीक्यूटिव कर्मियों में केवल एस-9 ग्रेड या उससे ऊपर ग्रेड के कर्मियों को ही प्लांट के अंदर चार पहिया वाहन ले जाने की अनुमति मिलती है. इससे कर्मियों के पास चार पहिया वाहन होते हुए भी बारिश, गर्मी व ठंड में भी दो पहिया वाहन से प्लांट के अंदर जाने को विवश होना पड़ता है.प्लांट गेट से वापस कर दिया जाता है
श्री कुमार ने कहा कि अत्यधिक बारिश के समय रेनकोट के बावजूद जूते भींग जाते हैं, जिसे पहनकर काम करना बहुत कठिन होता है. इसलिए बहुत से कर्मी वैसे दिनों में घर पर ही रुक जाना ज्यादा उचित समझते हैं. अगर कोई एस-9 ग्रेड से नीचे के कर्मी अपना चार पहिया वाहन लेकर प्लांट जाने की कोशिश भी करते हैं तो उन्हें प्लांट गेट से वापस कर दिया जाता है. इससे सम्मान व स्वाभिमान को चोट पहुंचती है.आवारा कुत्तों व असामाजिक तत्वों से सुरक्षा के लिहाज से अनुमति है जरूरी
यूनियन के अध्यक्ष रविशंकर ने कहा कि प्लांट में आवश्यकता के अनुसार जरूरत पड़ने पर कर्मियों को कभी-कभी किसी भी समय आना या फिर रात में देर से निकलना पड़ता है. उस परिस्थिति में आवारा कुत्तों व असामाजिक तत्वों से सुरक्षा के लिहाज से भी चार पहिया वाहन की अनुमति अति आवश्यक है. श्री रविशंकर ने कहा कि प्रबंधन को इसपर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुये तुरंत कार्रवाई करनी चाहिये.
ट्रैफिक में चार पहिया वाहनों में कमी, कार पार्किंग के लिए जगह खाली
अध्यक्ष ने कहा कि 2010 में बीएसएल में कर्मियों की संख्या 17856 थी. 2025 में कर्मियों की संख्या लगभग 9000 है. 2010 से अभी तक जितने रिटायर हुए उनको चार पहिया वाहन की अनुमति थी. प्लांट के अंदर ट्रैफिक में चार पहिया वाहनों में काफी कमी आयी. कार पार्किंग के लिए जगह भी खाली हुई है. प्रतिनिधिमंडल में सोनू शाह, चंदन कुमार, अमन बास्की, विकास कुमार, राजीव उरांव शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है