धर्मनाथ कुमार, बोकारो, बोकारो रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार की रात 12 से अधिक दुकानों में आग लग गयी थी. इसमें सभी दुकानों को मिलाकर 55 लाख रुपये से अधिक संपत्ति का नुकसान हो गया था. शनिवार को भी घटनास्थल पर देखा गया कि आग सुलग रही थी. पीड़ित दुकानदारों ने कहा कि उजड़ चुकी उनकी दुकानें फिर से खड़ी कैसी होगी, यह चिंता सतायी जा रही है. आर्थिक मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है. उनका रोजगार छीन गया.
छिन गयी हमारी रोजी-रोटी
पीड़ित दुकानदार नगेंद्र यादव, मनोज वर्णवाल, पिंटू कुमार, शक्तिपद रजक, वाल्मीकि साह, गोपाल कुमार, धंजनय यादव, भीम साव आदि ने कहा कि हमलोगों का पूरा परिवार इसी दुकान पर निर्भर था. रोजाना अपनी मेहनत से कमाते थे, लेकिन आग लगने से हमलोगों की रोजी रोटी छिन गयी है. कहा कि अब तक उजड़े दुकानदारों के लिए प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली और ना ही सामाजिक संगठन ने मदद के लिए हाथ बढाया है. ऐसे में दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी व परेशानी साफ दिखायी दे रही थी. नुकसान की भरपाई की आस दुकानदारों में लगी हुई है.
आग कैसे लगी स्पष्ट जानकारी नहीं
वहीं आग कैसी लगी इसका स्पष्ट जानकारी अब तक किसी को नहीं हुई. वहीं पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि एक दुकानदार ने मवेशियों को मच्छर से बचाने के लिए धुआं किया था. धुएं के लिए लगाई आग आस-पास की दुकानों तक बढ़ गयी और देखते ही देखते कई दुकानें चपेट में आ गयी और पूरी तरह से दुकानदार बर्बादी के कगार में पहुंच गया.सांसद से मिले दुकानदार, दुकान नहीं हटाने का मिला आश्वासन
रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार को अनाउंसमेंट कर स्टेशन के पास लगी सभी दुकानों को दो दिनों के अंदर हटाने का निर्देश दिया था. दुकान नहीं हटाने पर कानूनी कार्रवाई की भी बात की थी. मामले को लेकर भाजपा नेता रोहिल लाल सिंह शनिवार को घटना स्थल पहुंचकर पीड़ित दुकानदारों से मिले और स्थिति से अवगत हुए. श्री सिंह ने प्रभात खबर को बताया कि यहां के दर्जनों दुकानदार धनबाद जाकर सांसद ढुलू महतो से मिले और सभी मामले की जानकारी दी. सांसद ने दुकानदारों की नुकसान हुई संपत्ति पर खेद व्यक्त किया. इसके बाद तुरंत आद्रा मंडल के डीआरएम से फोन पर बात की. डीआरएम से बात करने के बाद दुकान नहीं हटाने का आश्वासन दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है