कसमार, चिकित्सकीय लापरवाही में पत्नी की मौत मामले में न्याय नहीं मिलने पर कसमार के चट्टी निवासी मृतका निशा देवी के पति राजकुमार दत्ता ने 12 जुलाई को बोकारो समाहरणालय के समक्ष सपरिवार आत्मदाह करेंगे. श्री दत्ता ने बुधवार को अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी की मौत हुए एक सप्ताह बीत गया है, लेकिन अभी तक प्रशासन इस मामले में गंभीर नहीं दिख रहा है. मामले की एफआइआर तक दर्ज नहीं हुई है. धनसार व सरायढेला थाना में भी मामला नहीं लिया गया है. कहा कि झारखंड सरकार की लचर व्यवस्था से तंग आ चुके हैं. इतनी बड़े मामले में शासन-प्रशासन की चुप्पी से वे चकित हैं और आहत भी. श्री दत्ता ने कहा कि पत्नी की मौत से उनका पूरा परिवार प्रभावित हुआ है. इसलिए नहीं नहीं मिला तो अपने एक माह के नवजात शिशु, चार साल की बेटी एवं बूढ़े व लाचार माता-पिता के साथ बोकारो उपायुक्त कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगे.
क्या है मामला
राजकुमार ने बताया कि उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा के बाद 27 मई को धनबाद के एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया था, जहां 28 मई को निशा की सिजेरियन डिलीवरी से बच्चे का जन्म हुआ. ऑपरेशन के दौरान प्लेसेंटा पेट में ही छोड़ दिया गया था. इससे उसकी हालत बिगड़ गयी. उसे रिम्स रांची में भर्ती कराया. रिम्स में भी इलाज में इतनी लापरवाही हुई कि प्लेसेंटा पेट में छूट जाने की रिपोर्ट आने में 14 दिन लगा दिया गया. इस दौरान उसकी स्थिति अधिक बिगड़ गयी और निशा की यूरिन इंफेक्शन के बाद दोनों किडनी फेल हो जाने पर 27 जून को उसकी मौत हो गयी. राजू ने बताया कि मौत के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस मामले में स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से त्वरित कार्रवाई की मांग
श्री दत्ता ने बताया कि इस घटना को लेकर उनका पूरा परिवार गहरे सदमे में है. डॉक्टर की लापरवाही से चार जिंदगी तबाह हुई है. दूसरी ओर भुखमरी की स्थिति भी उत्पन्न हो गयी है. बताया कि उनका राशन कार्ड है, लेकिन पहले भुरकुंडा में निवास करने के कारण वहां बना था. उस कार्ड का ट्रांसफर नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि अब सरकार ने राज्य के किसी भी कोने से राशन उठाव का नियम बना दिया है, लेकिन कसमार में उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है. राजू ने सीएम हेमंत सोरेन व स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है.पेट में प्लेसेंटा छोड़ने से महिला की मौत मामले में मेडिकल बोर्ड गठित
धनबाद, पेट में प्लेसेंटा छोड़ने से महिला की हुई मौत मामले की जांच के लिए एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने मेडिकल बोर्ड का गठन किया है. बोर्ड में सर्जरी, मेडिसिन व एनेस्थीसिया विभागाध्यक्षों को शामिल किया गया है. मेडिकल बोर्ड में शामिल चिकित्सक मामले की जांच कर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट अधीक्षक को सौंपेंगे. इसके बाद रिपोर्ट स्वास्थ्य मुख्यालय को भेजी जायेगी. ज्ञात हो कि बोकारो के कसमार चट्टी निवासी राजू दत्ता ने एसएनएमएमसीएच, धनबाद के गायनी विभाग के चिकित्सकों पर उनकी पत्नी निशा देवी के इलाज में लापरवाही बरतने और इससे मरीज की दोनों किडनी खराब होने का आरोप लगाया था. रिम्स में इलाज के दौरान 26 जून को निशा देवी की मौत हो गयी. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के निर्देश पर राज्य स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी ने एसएनएमएमसीएच प्रबंधन से रिपोर्ट मांगी है. अस्पताल प्रबंधन द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद राज्य स्तरीय टीम जांच के लिए धनबाद पहुंचेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है