बोकारो, चिन्मय विद्यालय सेक्टर-05 के सभागार में शनिवार को विद्यालय के शिक्षकों के लिए ‘जीवन कौशल’ विषय पर दो दिवसीय इन-हाउस शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया. एम ऑफ एजुकेशन, लाइफ स्किल, लाइवली हुड, सोशल स्किल, रॉल ऑफ टीचर्स जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गयी. रिसोर्स पर्सन विद्यालय के हेडमास्टर गोपाल चंद्र मुंशी ने जीवन कौशल और उसके भेदों पर विस्तारण दिया व शिक्षा के महत्व की बारीकियों को बताया. रिसोर्स पर्सन अकादमिक पर्यवेक्षक राहुल रॉय ने सहानुभूति व स्वानुभूति के बीच के अंतर को बताया.
स्कूली शिक्षा का जीवन पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है : प्राचार्य
प्राचार्य सूरज शर्मा ने कहा कि जीवन कौशल शिक्षा व्यक्तिगत विकास और समय में सकारात्मक बदलाव लाता है. स्कूली शिक्षा का जीवन पर काफी गहरा प्रभाव पड़ता है. जीवन शैली एक अति महत्वपूर्ण विषय है, इस कार्यशाला से विद्यार्थियों के सकारात्मक सोच को नई ऊंचाई मिलेगी. कार्यक्रम आवासीय आचार्या स्वामिनी सम्युक्तानंदा, विद्यालय अध्यक्ष बिस्वरुप मुखोपाध्याय व सचिव महेश त्रिपाठी से सफल हो पाया. मौके पर उपप्राचार्य नरमेंद्र कुमार, सुप्रिया चौधरी व विद्यालय के सभी शिक्षक- शिक्षिकाएं उपस्थित थे.
डीपीएस चास में समर कार्निवल का आयोजन
बोकारो, दिल्ली पब्लिक स्कूल चास में शनिवार को समर कार्निवल के रूप में शेलिली फेस्ट नामक दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विद्यालय की चीफ मेंटर डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा कि कार्निवल की योजना बनाने और आयोजन में सक्रिय रूप से शामिल होने से विद्यार्थियों में उनके नेतृत्व और संगठनात्मक कौशल का विकास होता है. निदेशिका-प्राचार्या डॉ मनीषा तिवारी ने कहा कि कार्निवल जैसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को सामुदायिक जुड़ाव तो होता ही है, उनमें एकता और उत्सव की भावना भी पैदा होती है. कार्निवल का उद्देश्य छात्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देते हुए सीखने का अनुभव और वित्तीय प्रबंधन का ज्ञान प्रदान करना है.
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