बोकारो. समाहरणालय में गुरुवार को उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार की अध्यक्षता में बैठक हुई. शिक्षा विभाग और झारखंड शिक्षा परियोजना के अंतर्गत, जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक में विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी. विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता, नामांकन, उपस्थिति, आधार सीडिंग, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गयी. साथ ही, शैक्षणिक वातावरण और स्वच्छता प्रबंधन में सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये गये. मौके पर डीइओ जगरनाथ लोहरा सहित एडीपीओ, एपीओ, बीइइओ, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन, बीआरपी व लेखपाल मौजूद थे.
सरकारी विद्यालयों में ‘मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण’ कार्यक्रम शुरू
बोकारो में प्रारंभिक कक्षाओं के बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (एफएलएन) को मजबूत करने के उद्देश्य से ‘मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण’ कार्यक्रम की शुरुआत गयी है. इस कार्यक्रम के तहत कक्षा एक व दो बच्चे तथा विद्यालय का मूल्यांकन किया जायेगा. यह जानकारी एपीओ बोकारो अविनाश सिन्हा ने दी.प्रधानाध्यापक की भागीदारी पर हाेगा मूल्यांकन
श्री सिन्हा ने बताया कि विद्यालय में मुख्य रूप से प्रिंट रिच कक्षा, टीएम का उपयोग, शिक्षकों में निपुण कार्यक्रम के प्रति जागरूकता, कक्षा एक व दो में दो घंटे का पीरियड, जिसमें एक घंटे गतिविधि के लिए है का क्रियान्वन किया जाना, कक्षा एक व दो में बाल साहित्य का उपयोग पुस्तकालय के पुस्तकों का बच्चों द्वारा उपयोग आदि की जानकारी प्रधानाध्यापक की भागीदारी पर मूल्यांकन किया जायेगा. इसका अंक 60 प्रतिशत रखा गया. विद्यार्थी मूल्यांकन 40 प्रतिशत का होगा. इसमें अक्षर पहचान, जोड़-घटाव आदि अधिगम पर बुनियादी शिक्षा अंतर्गत मूल्यांकन किया जायेगा. इसके लिए सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व प्रखंड साधन सेवी के माध्यम से सभी विद्यालयों को उक्त मूल्यांकन की तैयारी करने का निर्देश दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है