बोकारो, सम्मान फाउंडेशन के तहत संचालित 108 एंबुलेंस में कार्यरत कर्मचारियों की बेमियादी हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को जारी रही. सीएस कार्यालय कैंप दो के समक्ष हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने कहा कि बिना वेतन का कोई कब तक काम करेगा. बिना वेतन के घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. बताया कि नवंबर 2017 में जेडएचएल कंपनी द्वारा घोषित कोरोना प्रोत्साहन राशि व ग्रेज्युटी का भुगतान किया जाये. 2023 में जेवीके कंपनी का पीएफ व 74 दिनों का मानदेय भुगतान किया जाये. पांच फरवरी 2025 में सम्मान फाउंडेशन द्वारा फरवरी, मार्च, अप्रैल व मई का मानदेय नहीं दिया गया है. उसका भुगतान किया जाये. काटे गये रुपये का भुगतान हो. पुराने कर्मचारियों को ज्वाइन कराया जाये. ऑफर लेटर सभी को प्रदान किया जाये.
सम्मान फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने की मुलाकात
हड़ताली कर्मियों ने कहा कि सभी भुगतान एनआरएचएम के तहत हो. सभी एंबुलेंस का मरम्मत तुरंत कराया जाये. सभी जिलों में एक मुश्त वेतन भुगतान हो. अपनी मांगों से एनआरएचएम के प्रबंध निदेशक को पत्र के माध्यम से जानकारी दी गयी है. इधर, बुधवार को दूसरे दिन फाउंडेशन के प्रतिनिधि हडताली कर्मियों से मिलें. कार्य पर वापस लौटने की बात कही. मौके पर प्रमोद कुमार पांडेय, सपन महतो, पंकज कुमार सिंह, जितेंद्र भंडारी, एस मुखर्जी, युधिष्ठि गोराई, गौतम कुमार यादव, खुर्शीद अंसारी, अशोक कुमार महतो, राकेश कुमार, संतोष कुमार महतो, ए अंसारी, मनोज कुमार सिंह, युधिष्ठिर सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
स्वास्थ्य सेवाओं पर हड़ताल का असर नहीं
इधर, सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद व सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि हडताल का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर नहीं पड़ा है. सदर अस्पताल सहित अन्य सभी सरकारी अस्पतालों में मौजूद एंबुलेंस को अलर्ट मोड में रखा गया है. जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों के एंबुलेंस की सेवा ली जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है