बोकारो, ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा बोकारो ने गुरुवार को मई दिवस (मजदूर दिवस) को संकल्प सभा के रूप में मनाया. बिरसा चौक, नया मोड़ में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मई दिवस प्रेरणा देता है. एक प्रकाश स्तंभ की तरह मजदूर वर्ग को रोशनी प्रदान करता है. एक रास्ता दिखाता है. यह मानव श्रम का समाज के लिए महत्व, संगठित श्रम से होने वाले उत्पादन, निर्माण व सेवा सृजन का मूल्य और श्रमिक वर्ग अपने जीवन निर्वाह की जरूरत पूरा करने के लिए न्यूनतम मजदूरी व जीवन सुविधा कैसे हासिल कर सकता है, इसके ऊपर मुख्य रूप से प्रकाश डालता है.
श्रमिक वर्ग व किसान उत्पादन, निर्माण तथा सेवा सृजन के अनिवार्य कारक
वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान उत्पादन व्यवस्था में संगठित श्रमिक वर्ग व किसान हर प्रकार के उत्पादन, निर्माण व सेवा सृजन की मुख्य व अनिवार्य कारक है. इसके काम नहीं करने से पूरी उत्पादन व्यवस्था ठप हो जाती है. केवल पूंजी, मशीन व प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा उत्पादन संभव नहीं है. मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों को दी गयी चुनाव-पूर्व ‘मोदी -गारंटी’ यानी ‘व्यापार करने में आसानी’ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राहत, रियायतें, छूट व प्रोत्साहन प्रदान कर रही है. इसके अलावा निजीकरण के विभिन्न तरीकों से राष्ट्रीय संपत्ति व संसाधन को सौंपने का काम कर रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता आइडी प्रसाद ने की.श्रम कानून को छीनने की हो रही साजिश
वक्ताओं ने कहा कि मजदूर वर्ग के लंबे संघर्ष से हासिल किए गए श्रम कानून को चार श्रम कोड से छीनने की साजिश की जा रही है. इससे नियोक्ता आसानी से सुरक्षा अधिकारी, कल्याण अधिकारी, कैंटीन, विश्राम कक्ष या भोजन कक्ष, एंबुलेंस आदि दायित्वों से बच सकते हैं. श्रम विभाग द्वारा कार्यस्थल निरीक्षण के प्रावधान समाप्त कर दिए जाएंगे. इससे कानून के खुलेआम उल्लंघन का रास्ता खुल जायेगा. काम के घंटे, ओवरटाइम, साप्ताहिक विश्राम दिवस आदि से संबंधित पूरा मामला संबंधित राज्य सरकारों के अधीन कर दिया गया है. इससे मजदूरों के संघर्षों द्वारा प्राप्त अधिकार बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं. 20 मई को आहूत देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया गया. एटक के रामाश्रय प्रसाद सिंह, ब्रजेश कुमार, अबु नसर, सीटू केकेएन सिंह, आरके गोरांई, आरकेपी वर्मा, एआईयूटीयूसी के आरएस शर्मा, एचएमएस के आरके वर्मा व एक्टू के आरपी वर्मा ने संबोधित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है