बोकारो, बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन (बीड़ू) ने बीएसएल के अधिशासी निदेशक मानव संसाधन को पत्र लिखकर तीन व चार अप्रैल को विस्थापित अप्रेंटिस नियोजन आंदोलन में हुई घटना के बाद बनी परिस्थितियों के वजह से कर्मचारियों की सामान्य उपस्थिति नहीं होने वाली स्थिति पर सकारात्मक पहल करने की मांग की है. यूनियन के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा है कि तीन अप्रैल को विस्थापित आंदोलन के दौरान हुई मृत्यु की घटना बहुत ही दु:खद है. इस कारण तीन को शाम छह बजे के बाद प्लांट के सभी गेट बंद कर दिये गये थे, जिसके कारण कर्मचारियों की कार्यस्थल पर सामान्य उपस्थिति नहीं हो पायी थी.
विषम परिस्थिति में प्लांट के अंदर नहीं जा सके थे कर्मी : संदीप कुमार
श्री कुमार ने कहा कि जो लोग तीन अप्रैल को बी शिफ्ट में प्लांट गये थे, उनको लगातार चार तारीख तक प्लांट के अंदर ही रहना पड़ा, क्योंकि उस शिफ्ट के बाद अगले शिफ्टों के कर्मचारी प्लांट के अंदर नहीं जा सके. कर्मी संपूर्ण समर्पण और निष्ठा के साथ अपने-अपने कार्यस्थल पर हीं रहे. प्लांट के बाहर जो भी कर्मचारी थे वो लोग भी प्लांट के अंदर जाने के लिए प्रयास किये, लेकिन, विषम परिस्थितियों के कारण वे प्लांट के अंदर नहीं जा सके. इसलिए यूनियन मांग करती है कि प्रबंधन इन विशेष परिस्थितियों पर गंभीरता पूर्वक विचार करे. कर्मियों की भावनाओं का कद्र करते हुए 3 अप्रैल के बी शिफ्ट से लेकर चार तक के सभी शिफ्ट में उपस्थित नहीं होने वाले कर्मचारियों की उपस्थिति पर सकारात्मकता पूर्वक निर्णय लिया जाये.
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