बोकारो, बोकारो के रहने वाले मालदीव के कोच ओवैस हसन कमाल ने आर्मेनिया (यूरोप) में कमाल कर दिखाया है. दरअसल, पहली बार किसी कोच की ट्रेनिंग में मालदीव की खिलाड़ी ने यूरोपियन टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते है. कोच ओवैस हसन कमाल वर्तमान में मालदीव में बैडमिंटन कोच के रूप में कार्यरत हैं. उनका परिवार आज भी बोकारो के चीरा चास में रहता है.
भारतीय की तरह सोचता हूं : ओवैस हसन
सात जून को बैडमिंटन फेडरेशन ऑफ आर्मेनिया की ओर से आयोजित यूथ आर्मेनिया ओपन टूर्नामेंट में ओवैस हसन से कोचिंग लेने वाली खिलाड़ी लाइबा अहमद महलूफ शामिल हुईं. लाइबा ने इस टूर्नामेंट में तीन गोल्ड मेडल जीतकर मालदीव के इतिहास में नया अध्याय लिखा. उन्होंने सिंगल्स, वूमेन डबल्स व मिक्स्ड डबल्स जीत हासिल की. कोच कमाल ने कहा कि आज मालदीव के कोच हैं. लेकिन, मैं हमेशा एक भारतीय कोच की तरह सोचता है. बोकारो जैसे छोटे शहर से निकलकर यूरोप जैसे मंच पर परफॉर्म कराना एक कोच के लिए यह बहुत गर्व का क्षण है. ये सिर्फ खिलाड़ी की जीत नहीं, ये मेरे देश भारत की जीत है.
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