बोकारो, पप्र व परम योग से मनुष्य जीवन की सभी सुखद इच्छाएं पूर्ण होती हैं. दुखों व कष्टों से मुक्ति मिलती है. रोग का निवारण होता है. परम जी ने समाज को पाप, दुख, कष्ट, रोग आदि से मुक्ति के लिए 11 पवित्र सूत्र वरदान स्वरूप दिये हैं. इसके लिए जाति-धर्म की बाध्यता नहीं है. किसी भी जाति-धर्म व गुरु परंपरा के लोग लाभ अर्जित कर सकते हैं. ये बातें पप्र व परम योग साधना केंद्र की मुख्य प्रचारक सुशीला सिंह ने सेक्टर एक सी/181 स्थित पप्र केंद्र में परमजी के प्रकाश दिवस पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही. श्रीमती सिंह ने बताया कि बोकारो के सैकड़ों श्रद्धालु पप्र व परम योग से लाभान्वित हो चुके है.
ध्यान करने से जीवन में आती है सुख-शांति
श्रीमती सिंह ने पप्र से लाभ लेने के लिए श्रद्धालुओं को 11 पवित्र सूत्रों की जानकारी दी. कहा : परम जी की कृपा से उनका ध्यान करने वालों के दुखों का नाश होता है. जीवन में सुख-शांति आती है. परमं शरणं गच्छामि, हंसम शरणं गच्छामि, अद्वैतं शरणं गच्छामि, आनंदम शरणं गच्छामि, चरणं शरणं गच्छामि…आदि का जाप किया गया. समारोह में एनकेपी सिंह, अन्विका सिंह, वर्णिका सिंह, प्रियंका सिंह, यश आनंद, शशि प्रकाश, ओम प्रकाश, मोहित राज, सौरभ सरीन, आशा रानी, विकास सिन्हा, श्वेता श्रीवास्तव, वरुण श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, सोहन प्रसाद, मनोरमा शर्मा, आरपी शर्मा आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है