बोकारो, आप जीवन में लाख सफलता पा लें, लेकिन अगर अपने माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान नहीं किया, तो सच्ची खुशी कभी नहीं पा सकते. विद्यार्थी-जीवन से ही शालीन बने रहना बेहद जरूरी है. विद्यार्थी यदि शालीनता, अनुशासन और कठिन परिश्रम के साथ लगातार प्रयास जारी रखें, तो न सिर्फ अपना लक्ष्य पा सकेंगे, बल्कि जीवन में हर प्रसन्नता भी उन्हें मिलेगी. यह कहना है कि काउंसलर व द साइकोग्राफिक सोसाइटी, करियर काउंसलिंग सेंटर, रांची के संस्थापक सह निदेशक विकास कुमार का.
…तो उनकी भी सुनायी जायेगी सक्सेस स्टोरी
निदेशक श्री कुमार ने कहा कि कहा कि विद्यार्थी भी अभी से ही पूरी निष्ठा के साथ तैयारी में लग जाएं, तो कल यकीनन उनकी भी सक्सेस स्टोरी सुनायी जाएगी. वह सोमवार को दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में 11वीं कक्षा के नवनामांकित विद्यार्थियों के लिए आयोजित उन्मुखीकरण कार्यक्रम को वह बतौर अतिथि वक्ता संबोधित कर रहे थे.
खुद पर भरोसा रख बनाएं सफलता का मार्ग : प्राचार्य
विद्यालय के प्राचार्य डॉ एएस गंगवार ने कहा कि कक्षा 10वीं के बाद 11वीं की पढ़ाई अपेक्षाकृत थोड़ी चुनौतीपूर्ण तो है, लेकिन बच्चे अगर खुद पर भरोसा रखें और पूरी लगन, निरंतरता व दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मेहनत करें, तो निश्चय ही वे अपनी सफलता की राह स्मरणीय और सुखद बना सकेंगे. हर बच्चा प्रतिभाशाली और सक्षम है. सत्र के दौरान इस वर्ष 12वीं एवं जेइइ एडवांस्ड में अव्वल रहे विद्यार्थियों में बारुनी अग्रवाल, आरुष बनर्जी व प्रिंस कुमार पांडेय ने भी अपने अनुभवों से नये छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है