कसमार, पीएमश्री प्लस टू उच्च विद्यालय, कसमार में मंगलवार से सात दिवसीय भारतीय भाषा कैंप शुरू हुआ. विद्यालय के शिक्षकों ने उद्घाटन किया. उद्घाटन सत्र में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक फारूक अंसारी ने ‘आलस्यं ही मनुष्याणां शरीरस्थो महान रिपु:’ श्लोक के साथ शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को संस्कृत शिक्षण के महत्व से अवगत कराया. उन्होंने वैदिक संस्कृत व देश के महान ऋषि-मुनियों से प्रेरणा लेकर भारत को विश्व गुरु बनाने का आह्वान किया. मुख्य प्रशिक्षक डॉ रणजीत कुमार झा ने कहा कि संस्कृत देवभाषा है. यह सभी भाषाओं में सबसे सरल है व इस भाषा में मधुरता की प्रचुरता है.
हिंदी के जानकार रामबाबू शुक्ल ने संस्कृत भाषा को सीखने से प्राप्त होने वाले लाभ से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा में हमारी सभ्यता का सार तत्व उपलब्ध है. इसके अध्ययन से हम अपना जीवन संवार सकते हैं. अंग्रेजी के विशेषज्ञ डॉ अवनीश कुमार झा ने संस्कृत के विभिन्न श्लोकों का उद्धरण देकर संस्कृत को नैतिक शिक्षा का आधार बताया. उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा से हमें कर्म करने की प्रेरणा मिलती है.इन्होंने किया संबोधित
जीव विज्ञान के विशेषज्ञ महाकांत झा ने संस्कृत भाषा के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला. हिंदी के विशेषज्ञ डॉ जितेंद्र कुमार सिंह, अंग्रेजी की सीमा कुमारी, उर्दू के खुर्शीद रजा, शिक्षक डोमन महतो आदि ने भी संबोधित किया. उद्घाटन सत्र में संस्कृत की विशेषज्ञ सुशीला कुमारी ने उपस्थित छात्र- छात्राओं को वर्णमाला के विभिन्न अक्षरों से अवगत कराया. डॉ रणजीत व सुशीला कुमारी ने छात्रों व शिक्षक मंडली को संस्कृत बोलने का अभ्यास कराया. सीमा व सुशीला ने आकर्षक फ़्लैश कार्ड एवं पोस्टर निर्माण कर दर्शकों का मन मोह लिया. बताया गया कि बुधवार को संस्कृत भाषा के वर्चुअल लर्निंग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.ये थे मौजूद
मौके पर कैलाश कुमार, दिनेश कुमार महतो, विद्या, लवली, निखत, प्रेम, शिवम्, ज्योति समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है