धर्मनाथ कुमार, बोकारो, एक तरफ डाक विभाग अपने ग्राहकों बेहतर सुविधा देने के लिए एक छत के नीचे कई सुविधा मुहैया करा रहा है. वहीं दूसरी ओर विभाग अपने जर्जर भवन की मरम्मत पर ध्यान नहीं दे रहा है. सेक्टर छह में चल रहा उप डाकघर भवन का जर्जर हो गया है. भवन के मुख्य द्वार की दीवार इस तरह जर्जर हो चुकी है कि यहां कभी भी दुर्घटना हो सकती है. बता दें कि उप डाकघर में करीब 30 हजार से अधिक ग्राहक डाक विभाग की विभिन्न योजना से जुड़े हुए हैं. कोई भी ग्राहक डाकघर में आते हैं, तो भवन की स्थिति को सुधारने की बात कहते है. हैरत की बात तो यह है कि इस संबंध में विभाग को कई बार जानकारी देने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
टूट रहे हैं गेट व खिड़की
मरम्मत के अभाव में गेट व खिड़कियां भी जर्जर होकर टूट रहे है. खिड़की के पल्ले टूट कर अलग हो गया है. ऐसे में डाकघर के अंदर की रखी सामने दिखती है. यहां डाक विभाग के कई महत्वपूर्ण कागजात रखे जाते है. इसके बाद भी विभाग अब तक इसकी मरम्मत नहीं करायी. बता दें कि उप डाकघर का निर्माण 28 जनवरी 2009 को धनबाद वरीय डाक अधीक्षक यूएन पांडेय ने किया था, जिसके बाद से भवन निर्माण के बाद उप डाकघर के ग्राहकों को सेवा मिलना शुरू हो गया था. लेकिन अब भवन के मुख्य द्वार व अन्य स्थानों में दरारें हो चुकी है. उप डाकघर के उप डाकपाल विष्णु कुमार सिंह ने कहा कि भवन के जर्जर मुख्य द्वार के बारे में कई बार विभाग को जानकारी दी गयी है. मगर अब तक कोई पहल नहीं की गयी. भवन के जर्जर होने के कारण दुर्घटना होने का डर बना रहता है.
बोले जिम्मेदार
बोकारो पश्चिम अनुमंडल सहायक डाक अधीक्षक के अभिजीत रंजन ने कहा कि सेक्टर छह उप-डाकघर का मुख्य द्वार जर्जर हो गया है, इसकी जानकारी मिली है. कर्मचारियों और ग्राहकों परेशानी को देखते हुए इस संबंध में अपने वरीय अधिकारी को जानकारी देकर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
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