बोकारो, बोकारो उपायुक्त विजया जाधव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि बुधवार को मॉक ड्रिल होगा. सायरन बजेगा, राहत कार्य होगा, अग्निशमन व ब्लैकआउट जैसी स्थिति बनायी जायेगी. डीसी ने बताया कि बोकारो स्टील प्लांट क्षेत्र व गोमिया के आइइएल प्लांट क्षेत्र में मॉक ड्रिल होगा. आमजनों से अपील की है कि यह वास्तविक आपदा नहीं है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. शाम चार बजे से सात बजे तक जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें (कार्य स्थान या घर). जिला प्रशासन काे सहयोग करें. डीसी ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान बुधवार की शाम छह से सात बजे तक बीएस सिटी क्षेत्र एवं आइइएल प्लांट क्षेत्र में ब्लैक आउट रहेगा. इस दौरान संपूर्ण ब्लैक आउट का अनुपालन करना है. आमजनों से ब्लैक आउट अवधि में सहयोग करने का अपील की है. उन्होंने घरों की बत्तियों, स्ट्री, गार्डन लाइट्स को बंद रखने, खिड़कियों – दरवाजों पर पर्दा डालने, इनवर्टर एवं जनरेटर आदि का इस्तेमाल नहीं करने, गाड़ियों की हेडलाइट्स को बंद रखने की अपील की. उधर, गोमिया बीडीओ महादेव कुमार महतो ने बताया कि आइइएल क्षेत्र में मॉक ड्रिल किया जायेगा. इसको लेकर बुधवार को नौ बजे आइइएल क्लब में बैठक होगी और इसमें रूपरेखा तैयार की जायेगी.
क्या होता है ब्लैक आउट :
किसी भी देश पर जब युद्ध का खतरा होता है या फिर हवाई हमले की आशंका बनी हुई होती है, तो उस स्थिति में दुश्मन द्वारा जमीन पर मौजूद रोशनी को निशाना बनाया जाता है. इस कड़ी में घरों में जलती हुई रोशनी, गाड़ियों की हेडलाइट्स व सड़कों पर जलती हुई बत्तियां भी दुश्मन के लिए निशाना साधने में मदद करती हैं.क्यों जरूरी है :
ब्लैक आउट में जब पूरी जमीन पर पूरी तरह से अंधेरा होता है, तो इसमें हवाई क्षेत्र से दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होगी. क्योंकि, पूरी तरह से अंधेरा होने की वजह से दुश्मन किसी भी चीज को निशाना नहीं बना सकता है. ऐसे में जान-माल का नुकसान अधिक होने की संभावना कम होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है