कसमार, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की निदेशिका राजेश्वरी एसएम बुधवार को कसमार पहुंची. इस दौरान कसमार स्थित फार्म टांड़ (आजीविका संसाधन केंद्र) में 25 एकड़ भूभाग में हो रही खेती समेत अन्य गतिविधियों का जायजा लिया. इससे पूर्व उन्होंने मंजूरा संकुल संसाधन केंद्र का निरीक्षण भी किया. उन्होंने कसमार आजीविका संसाधन केंद्र में मुर्गी पालन, बतख पालन, गौ-पालन शेड, आम बागवानी, अमरूद, पपीते व अन्य ऑर्गेनिक खेती की जानकारी ली. सभी कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.
कर्मियों ने बताया कि संसाधन केंद्र में 10 एकड़ भूभाग में आम की दो प्रजाति आम्रपाली एवं मल्लिका की खेती इस केंद्र से जुड़ी दीदियां कर रही है. जल्द ही तालाब में मछली पालन तथा ड्रैगन फ्रूट समेत अन्य तरह की खेती की शुरुआत की जाएगी. केंद्र के कार्यों पर खुशी जताते हुए निदेशिका ने कहा कि इतने बड़े भूखंड में आजीविका संसाधन केंद्र वह पहली बार देख रही है. कहा कि इस केंद्र में झारखंड की जलवायु के अनुरूप मल्टी क्रॉपिंग खेती की शुरुआत करें, ताकि समूह से जुड़ी दीदियों का स्वरोजगार व आय में बढ़ोतरी हो सके.ये थे मौजूद
मौके पर जेएसएलपीएस के स्टेट कार्यालय के संजय भगत और खालिद हुसैन, बोकारो जिला के जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनिल डुंगडुंग, जिला वित प्रबंधक रामकृष्ण पाठक, जिला आजीविका प्रबंधक कौशिक चौबे, आरिफ नदीम, विक्रांत कुमार, राजकुमार एवं आजीविका संसाधन केंद्र से उमा देवी, रजत मिश्रा एवं अन्य कर्मी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है