बोकाराे, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सेक्टर एक सी-आवास संख्या-181 में पीथ्रीवाई परम जी पप्र परमयोग क्लास का आयोजन किया गया. मुख्य प्रचारक सुशीला सिंह ने कहा कि आज के ही दिन परम जी को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. पीथ्रीवाई एक तकनीक है, जिसके पीछे परम जी की अदृश्य अलौकिक शक्ति है. श्रीमती सिंह ने कहा : पीथ्रीवाई से जीवन की इच्छा जैसे पारिवारिक सुख-शांति, संतान प्राप्ति, नौकरी, कारोबार-व्यापार में प्रगति, आय में वृद्धि, बच्चों की पढ़ाई में प्रगति, मानसिक शांति, बीमारी दूर होना आदि की इच्छा पूर्ण होती है.
संकट, विघ्न, तनाव, तंत्र-मंत्र, ग्रह-नक्षत्र के कुप्रभाव से बचाव
सुशीला सिंह ने कहा कि मनुष्य अपने धर्म, क्रिया और कर्म को मानता रहे. लेकिन, काम बनाने के लिए पीथ्रीवाई का प्रयोग करे. पीथ्रीवाई में खाने-पीने व आचरण संबंधी कोई बंधन नहीं है. कहा कि जीवन को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पीथ्रीवाई करें. संकट, विघ्न, तनाव, तंत्र-मंत्र, ग्रह-नक्षत्र के कुप्रभाव से बचाव और मन की शांति के लिए पीथ्रीवाई करें. इससे मानव के सभी कार्य सफल होते हैं. अलौकिक इच्छाएं पूर्ण होती हैं. इससे यश, कीर्ति, पद, धन में वृद्धि होती है.
ये थे मौजूद
मौके पर एनकेपी सिंह, अन्विका सिंह, वार्णिका सिंह, पर्णिका सिंह, यश आनंद, शशि प्रकाश, ओम प्रकाश, मोहित राज, सौरव सरिन, आशा रानी, विकास सिन्हा, श्वेता श्रीवास्तव, वरुण श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, सोहन प्रसाद, मनोरमा शर्मा, आरपी शर्मा सहित दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित थे.
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