बोकारो, ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा, बोकारो की ओर से सोमवार को बीएसएल के मेन गेट पास सेक्शन के पास सभा आयोजित कर सेल, बोकारो प्रबंधन को नौ जुलाई की देशव्यापी श्रमिक हड़ताल के समर्थन में नोटिस दिया गया. नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार मजदूरों के हितों की रक्षा करने वाले श्रम कानूनों को खत्म कर और उनकी जगह चार श्रम कोडों के माध्यम से छीनने की साजिश की जा रही है. श्रमिकों के एक बड़े वर्ग को लेबर कोड से बाहर रखा गया है. कोड के कार्यान्वयन के लिए श्रमिकों के न्यूनतम संख्या की सीमा को इस स्तर तक बढ़ा दिया गया है कि नियोक्ता आसानी से सुरक्षा अधिकारी, कल्याण अधिकारी, कैंटीन, विश्राम कक्ष या भोजन कक्ष, एम्बुलेंस आदि दायित्वों से बच सकते हैं. श्रम विभाग द्वारा कार्यस्थल निरीक्षण के प्रावधान समाप्त कर दिए जाएंगे, जिससे कानूनों के खुलेआम उल्लंघन का रास्ता खुल जायेगा. काम के घंटे, ओवरटाइम, साप्ताहिक विश्राम दिवस आदि से संबंधित पूरा मामला संबंधित राज्य सरकारों के अधीन कर दिया गया है, जिससे मजदूरों के संघर्षों द्वारा प्राप्त अधिकार बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं. वक्ताओं ने कहा कि यह संकल्प लेते है कि सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष में मजदूरों व कर्मचारियों की अधिकतम भागीदार सुनिश्चित करेंगे. हड़ताल को मुक्कमल सफल करेंगे. सभा को एटक के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह, सीटू के संयुक्त महामंत्री केएन सिंह, आरके गोरांई, एआइयूटीयूसी के महामंत्री मोहन चौधरी, एक्टू के महामंत्री देवदीप सिंह दिवाकर, किम्स एचएमएस के शशि भूषण, बोकारो कर्मचारी पंचायत के महामंत्री आरके वर्मा ने संबोधित किया. अध्यक्षता आइडी प्रसाद ने की
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है