जैनामोड़, लगातार बारिश से जरीडीह प्रखंड अंतर्गत गायछंदा पंचायत के तीरो गांव में घर गिरने से दो परिवार बाल- बाल बच गया. वहीं दोनों परिवार के सदस्य बेघर हो गये. पीड़ित परिवार के लोग टूटे-फूट घर में रहने को विवश हैं. ललीता देवी (पति योगेंद्र रवानी) व काजल देवी (पति राजेंद्र रवानी) बहुत पुराने मकान में एक ही छत के नीचे रहा करती थी. लेकिन महीने भर से हो रही जोरदार बारिश के कारण मिट्टी का मकान गिर गया. पीड़ित परिवार के सभी सदस्य झोपड़ीनुमा घर में विवश होकर सो रहे हैं. वहीं दोनों पीड़ितों ने बताया कि उनके नाम अबुआ आवास योजना में है, लेकिन अभी तक नहीं मिला है. प्रशासन हमारी दयनीय स्थिति को देखते हुए आवास योजना का लाभ दिलाये.
मुखिया ने दिया आश्वासन
सूचना मिलने पर पंचायत की मुखिया सोनी कुमारी पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंची. उन्होंने पीड़ित परिवारों से वार्ता कर आश्वासन देते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन से मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र सौंपा जाएगा. बताया कि मकान गिरने से किसी को चोट नहीं लगी है, लेकिन दोनों परिवार का नुकसान होने के साथ बेघर हो गये हैं.
चरगी में एक कच्चा मकान गिरा, बाल-बाल बचे लोग
पेटरवार, पेटरवार प्रखंड अंतर्गत चरगी गांव निवासी धुरोमानी देवी का कच्चा मकान लगातार व तेज बारिश से बुधवार की रात 12.30 बजे गिर गया. परिवार के सदस्य बाल- बाल बच गये. घटना की जानकारी मिलने पर गुरुवार को पंचायत की मुखिया रानी कुमारी मुर्मू ने पहुंची व जायजा लिया. धुरोमनी देवी के पति महेंद्र बेदिया ने बताया कि घर गिर जाने के कारण पूरे परिवार के समक्ष रहने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. भुक्तभोगी महिला ने इस संबंध में अंचल अधिकारी पेटरवार को आवेदन देकर क्षतिपूर्ति देने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है