कसमार, कसमार प्रखंड के बगदा पंचायत स्थित डामरूगोड़ा के ग्रामीणों ने कसमार थाना में आवेदन देकर गांव के कुछ लोगों पर रास्ता अवरुद्ध करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया है कि डामरूगोड़ा एक आदिवासी बहुत टोला है, जहां लगभग 20 आदिवासी परिवार पूर्वजों के समय से बसे हुए हैं. लेकिन मोहल्ले तक आने के लिए आज तक रास्ता नहीं बना हुआ है. ग्रामीणों को खेत-खलिहानों से होकर काफी मुश्किलों के साथ आवागमन करना पड़ता था. इस समस्या को देखते हुए टोला के ग्रामीणों ने करीब पांच साल पहले अपनी अपनी जमीन को स्वेच्छा पूर्वक देकर श्रमदान से एक रास्ता तैयार किया और पिछले पांच वर्षों से लोग उसी रास्ते से आवागमन कर रहे हैं. लेकिन पिछले दिनों स्थानीय कुछ लोगों ने रास्ते के लिए दी गयी अपनी जमीन पर ईंट की दीवार खड़ी कर रास्ता बाधित कर दिया है. ग्रामीणों ने कसमार पुलिस से मामले में हस्तक्षेप कर रास्ता बहाल करने का आग्रह किया है. शिकायत करने वालों में धनेश्वर मांझी, रोशन कुमार मरांडी, लखीराम मरांडी, सारा मांझी, रमेश मरांडी, प्रवीण कुमार, मीना कुमारी, सहोदरी देवी आदि शामिल थे.
थाना प्रभारी ने की मामले की छानबीन
इधर, कसमार थाना प्रभारी भजनलाल महतो ने गुरुवार की दोपहर को डामरूगोड़ा जाकर मामले की पड़ताल की. उनलोगों से बातचीत की तथा जनहित में रास्ता बाधित नहीं करने के लिए समझाया. थाना प्रभारी के अनुसार वे जनहित में रास्ता के लिए अपनी जमीन देने को तैयार है. उन्हें मंगलवार को थाना दिवस के दिन इस मामले को लेकर थाना भी बुलाया गया है, जहां इस मामले का अंतिम रूप से निपटारा कर दिया जाएगा. मौके पर अंचल निरीक्षक सहदेव दास तथा बगदा पंसस के प्रतिनिधि नीरज भट्टाचार्य भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है