बोकारो, महिलाएं देश और समाज की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान कर रहीं हैं. हर चुनौतीपूर्ण कार्य करने में सक्षम है. इस्पात उद्योग में भी महिलाएं अपनी पहचान बना चुकी हैं. उन्हें सभी बाधाओं को तोड़ने और चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए हमेशा तैयार रहने की जरूरत है. यह बातें बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) के निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने बुधवार को कही. मौका था बोकारो निवास सेक्टर पांच में आयोजित बीएसएल की महिला अधिकारियों के लिए निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी के साथ रूबरू नामक संवाद का. इससे पहले श्री तिवारी ने उपस्थित अधिकारियों को सुरक्षा की शपथ दिलायी.
सीखने के अवसरों का लाभ उठाने व डिजिटलाइजेशन पर बल
निदेशक प्रभारी श्री तिवारी ने ज्ञानार्जन व विकास की अहमियत को रेखांकित करते हुए सभी को सीखने के अवसरों का भरपूर लाभ उठाने, ज्ञानार्जन द्वारा सेल्फ डेवलपमेंट, बेस्ट प्रैक्टिस को अपनाने व डिजिटलाइजेशन व एआइ के क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास से अवगत होने पर बल दिया. संवाद ‘अपनी पसंद, महत्वाकांक्षा, विकास व कॅरियर के माध्यम से खुद को सशक्त बनाना’ की थीम पर आयोजित था. इस कार्यक्रम में बीएसएल की 60 महिला अधिकारी शामिल रहीं.चिनाब ब्रिज के निर्माण में डॉ जी माधवी की भूमिका, व्यक्तिगत चुनौतियां व अनुभव पर चर्चा
कार्यक्रम की शुरुआत में एक लघु फिल्म के माध्यम से देश की अग्रणी भू-तकनीकी इंजीनियर व वर्तमान में आइआइएससी, बेंगलुरु में प्रोफेसर डॉ जी माधवी लता का चिनाब ब्रिज के निर्माण में उनकी भूमिका, व्यक्तिगत चुनौतियां व अनुभवों को साझा किया गया. प्रोफेसर डॉ जी माधवी लता की उपलब्धियों की पृष्ठभूमि में निदेशक प्रभारी श्री तिवारी ने महिलाओं के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. कहा कि बीएसएल सहित सेल के उत्पादन व उत्पादकता में महिलाएं अहम भूमिका निभा रही है.प्रतिभागियों ने भी अपने विचार साझा किये
परिचर्चा खंड में प्रतिभागियों ने भी विषय से संबंधित अपने विचार साझा किये. कार्यक्रम का संचालन ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग की वरीय प्रबंधक प्रीति कुमारी ने किया. कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) लक्ष्मी दास व मुख्य महाप्रबंधक (एचआर-एलएंडडी) नीता बा भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है