आकाश, फुसरो, सीसीएल की ओर से सीएसआर के तहत लाखों रुपये खर्च कर फुसरो बाजार, करगली बाजार, सुभाषनगर व जरीडीह बाजार में लगायी गयी चार वाटर एटीएम छह साल से बेकार पड़ी हैं. इन मशीनों से दो रुपये में एक लीटर पानी लोगों को उपलब्ध कराया जाता था. अब इन मशीनों में सिक्का डालने से पानी नहीं मिलता है और सिक्का भी वापस नहीं मिलता है. एक वाटर एटीएम लगाने में आठ लाख 92 हजार 702 रुपये खर्च हुए थे. गिरिडीह के तत्कालीन सांसद रवींद्र कुमार पांडेय की अनुशंसा पर वर्ष 2018 में चारों जगह पर यह मशीन लगायी गयी थी. इसका उद्घाटन भी श्री पांडेय ने किया था. इन वाटर एटीएम में पेयजल व स्वच्छता विभाग की ओर से पानी का कनेक्शन दिया गया था. वाटर एटीएम की देखरेख व रखरखाव के लिए तीन हजार रुपये के मासिक मानदेय पर एक कर्मी को नियुक्त किया गया था. लेकिन आठ-नौ माह बाद ही योजना फेल हो गयी. मशीनों में खराबी आयी तो कर्मी को हटा दिया गया.
क्या कहते हैं लोग
राकेश सिंह, करगली बाजार : वर्षों से वाटर एटीएम खराब पड़ी है. मरम्मत को लेकर कोई पहल नहीं दिख रही है. मरम्मत कर इसे चालू किया गया तो राहगीरों, स्थानीय लोगों व दुकानदारों को लाभ मिलता.
उत्तम सिंह, करगली बाजार : योजना का उद्देश्य पूरा नहीं हुआ. वाटर एटीएम की मरम्मत कराने की मांग सीसीएल प्रबंधन से की जायेगी. योजना का लाभ लोगों को मिलना चाहिए.लक्ष्मण वर्मा, फुसरो बाजार : वाटर एटीएम की मरम्मत के लिए सीसीएल को पहल करनी चाहिए, योजना में खर्च हुई राशि का सदुपयोग हो. लोगों को सहूलियत भी मिलेगी. बीरन पाल, फुसरो बाजार : वाटर एटीएम तो लगी, लेकिन मरम्मत के अभाव में बेकार पड़ी हैं. इसकी मरम्मति कराने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पहल करना चाहिए.
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