चंद्रपुरा. डीवीसी चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट ने सफलता के साथ विद्युत उत्पादन करते हुए वित्तीय वर्ष 2024–25 में अच्छा प्रदर्शन किया है. मासिक पीएलएफ में केंद्रीय थर्मल पावर प्लांटों में शीर्ष दस में इसने पांच बार स्थान बनाया. वर्ष 2024 के मई माह में पीएलएफ 93.74 प्रतिशत पर चल कर देश के सेंट्रल सेक्टर के थर्मल पावर स्टेशन में टॉप पांच में जगह बनायी. अप्रैल माह में दसवां, जुलाई व अगस्त में आठवां और सितंबर में पांचवें स्थान पर रहा. चंद्रपुरा ताप विद्युत केंद्र ने पिछले वित्तीय वर्ष में 85.33 प्रतिशत पीएलएफ पर चलकर डीवीसी के सभी प्लांटों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. 2024–25 में ही डीवीसी चंद्रपुरा ने 121.64 प्रतिशत छाई और 4.84 लाख मीट्रिक टन ड्राई फ्लाई छाई का उठाव किया गया. सितंबर 2024 में 57845 मीट्रिक टन ड्राई फ्लाई छाई का उठाव किया गया जो अभी तक का एक महीने में उत्कृष्ट उठाव है. ऐश पौंड से 7.04 लाख मीट्रिक टन नमी युक्त छाई का उठाव किया गया. 26 अगस्त 2024 को 2632 मीट्रिक टन ड्राई फ्लाई ऐश का उठाव किया गया, जो एक दिन का सर्वाधिक है. उत्पादन के साथ साथ आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए भी सीएसआर के तहत प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपया खर्च किया जाता है. शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा, पानी, बिजली, कौशल विकास आदि की योजनाएं चलाकर क्षेत्र का विकास किया गया. चंद्रपुरा में स्थापित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अपने स्थापना काल से अब तक सीएसआर के माध्यम से इलेक्ट्रीशियन, फिटर और वेल्डर ट्रेड के 1369 छात्र–छात्राओं को प्रशिक्षित किया है. इनमें से 133 छात्र–छात्राओं को बड़ी–बड़ी कंपनियों में रोजगार भी प्राप्त हुआ है.
नये प्लांट बनने से विद्युत उत्पादन में होगी बढ़ोतरी : एचओपी
सीटीपीएस के एचओपी विजया नंद शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में चंद्रपुरा में 800 मेगावाट की दो नयी यूनिटें लगेंगी. इससे उत्पादन बढ़कर 2100 मेगावाट हो जायेगा. नये प्लांट लगने से रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा. समाज और देश को सशक्त बनाने में डीवीसी की भूमिका अग्रणी रही है. महिलाओं के उत्थान और सरकारी कार्यक्रमों को सुचारू रूप से चलाने में डीवीसी लगा हुआ है. सीएसआर के माध्यम से कमांड एरिया में विकास के कई काम किये गये है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है