Bokaro News : तेनुघाट कोर्ट के आदेश पर करीब चार महीना पहले कसमार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरको गांव में साढ़े छह एकड़ भूमि पर डुगडुगी बजाकर रैयतों को कब्जा दिलाया गया था. दंडाधिकारी की उपस्थिति में की गयी इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में लंबे समय से चल रहा विवाद कुछ हद तक सुलझा, लेकिन रविवार को इसी जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच फिर मारपीट की घटना हो गयी, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायलों का इलाज सीएचसी, कसमार में चल रहा है. रांगामाटी निवासी अशोक ठाकुर ने कसमार थाना में लिखित शिकायत की है, जिसमें बताया है कि वे और उनके साथ अन्य रैयत अपनी खेत में फसल लगाने पहुंचे थे. इसी दौरान कुरको निवासी रामपद महतो, विष्णु महतो, सृष्टिधर महतो, गुणा महतो, दिलीप महतो और जगदीश महतो हरवे-हथियार के साथ वहां पहुंचे और जानलेवा हमला कर दिया. हमले में रांगामाटी निवासी स्व. दिलीप चटर्जी के पुत्र प्रणब चटर्जी, प्रभाष चटर्जी व प्रकाश चटर्जी सहित कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. कसमार थाना प्रभारी भजन लाल महतो ने बताया कि घटना को लेकर दोनों पक्षों ने मारपीट की शिकायत दर्ज करायी है. मामले की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
18 वर्षों से कोर्ट में लंबित था मामला :
यह जमीन विवाद पिछले 18 वर्षों से तेनुघाट कोर्ट में लंबित था. रांगामाटी निवासी सुखदेव ठाकुर, अशोक ठाकुर, दिलीप ठाकुर, अनादी ठाकुर, प्रवण ठाकुर, प्रणब चटर्जी सहित अन्य रैयतों ने अदालत में वाद दायर कर दावा किया था कि विवादित जमीन पर दूसरे पक्ष ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है. कोर्ट में लंबी सुनवाई के बाद सिविल कोर्ट के जूनियर डिवीजन के जज ने रैयतों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए जमीन का वैध कब्जा दिलाने का आदेश दिया. इसी के तहत दंडाधिकारी की उपस्थिति में चार महीना पहले डुगडुगी बजाकर रैयतों को कब्जा दिलाया गया था. हालांकि, कोर्ट के आदेश के बावजूद जमीन विवाद थमा नहीं और रविवार को मारपीट की घटना घट गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है