बेरमो, पूर्व मंत्री व धनबाद के पूर्व सांसद और इंटक (ददई गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व चंद्रशेखर (ददई दुबे) का अंतिम संस्कार बनारस के मणिकर्णिका घाट में शनिवार की रात में किया गया. उनके छोटे बेटे अविनाश दुबे ने मुखाग्नि रात 11:30 बजे दी. मौके पर पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ,पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, झारखंड कांग्रेस के वरीय नेता अमित शुक्ला, इंटक के महामंत्री एनजी अरुण, आरएन उपाध्याय, वरुण सिंह, संजय ठाकुर, टूटू, कमल दुबे, मंगरा उरांव, अशोक कुमार ओझा, मनोज सिंह, सुरेंद्र पांडे, आशुतोष कुमार, जितेंद्र पांडे सहित अन्य लोग थे. इधर, आरसीएमएस के सीसीएल रीजनल सचिव वरुण सिंह ने कहा कि ददई दुबे मजदूरों के रहनुमा थे. उनका राजनीतिक सफर सादगी से बीता. उन्होंने सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं किया. उनके निधन से मजदूर और खास कर कोयला उद्योग में प्रखर मजदूर नेता की कमी हमेशा खलेगी.
कौटिल्य महापरिवार ने की शोकसभा
फुसरो. कौटिल्य महापरिवार बेरमो की ओर से रविवार को करगली बाजार स्थित केंद्रीय कार्यालय में शोकसभा की गयी. लोगों ने ददई दुबे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. वक्ताओं ने कहा कि स्व दुबे ने मजदूर और समाज हित में बहुत कार्य किया, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. उनके बताये रास्ते पर चल कर मजदूरों की सेवा करने की जरूरत है. मौके पर राम नरेश द्विवेदी, देवतानंद दुबे, उदय प्रताप सिंह, अजय झा, अनिलचंद्र झा, शंभू दुबे, इंद्रजीत मुखर्जी, पंकज पांडेय, लाल गिरि, कल्याण चक्रवर्ती, अरविंद शर्मा, भुवन पांडेय, गोपाल चौबे, विपिन झा, झब्बू तिवारी आदि मौजूद थे.
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