Bokaro News : एटक के आह्वान पर राष्ट्रीय इस्पात निगम, विशाखापट्टनम के मजदूरों की मांगों के समर्थन में बेरमो के जरीडीह मोड़ स्थित अब्दुल हमीद चौक पर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने दो घंटे का सांकेतिक सड़क जाम की. आंदोलन से कुछ देर के लिए सड़क पर आवागमन रुक गया तथा ट्रांसपोर्टिंग भी प्रभावित हुई. मौके पर झारखंड एटक के कार्यकारी अध्यक्ष लखनलाल महतो ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को पूंजीपतियों के हाथों में सौंप रही है, जिसका पुरजोर विरोध होगा. 21 जनवरी 2021 से आरआइएनएल(राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड) स्टील प्लांट को बेचने या बंद करने के केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में 1570 दिनों से प्लांट के कर्मी संघर्ष कर रहे हैं एवं धरने पर बैठे हैं. कहा कि 26000 एकड़ भूमि में बने स्टील प्लांट पर अडानी की नजर है, अभी तक 1560 स्थायी कर्मचारियों को जबरन वीआरएस दे दिया गया है. 1600 ठेका श्रमिकों को हटाया गया. 5000 ठेका और 2500 नियमित कर्मचारियों को हटाने की योजना बनायी जा रही है. निजीकरण का विरोध कर रहे श्रमिकों को मेमो, चार्जशीट और निलंबन जैसी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों की मांग है कि विशाखापट्टम स्टील प्लांट के निजीकरण की योजना तत्काल वापस, सभी निष्कासित कर्मचारी एवं छंटनी ग्रस्त ठेका श्रमिकों की पुनः नियुक्ति एवं विस्थापित परिवारों को रोजगार दिया जाये. मौके पर चंद्रशेखर झा, सुजीत कुमार घोष, गणेश प्रसाद महतो, नवीन कुमार विश्वकर्मा, जवाहरलाल यादव, सुरेश प्रसाद शर्मा, मनोज कुमार मंडल, प्रद्युमन सोनी, बंधु गोस्वामी, मथुरा सिंह यादव, विश्वनाथ महतो, जितेंद्र दुबे, मो असगर, शशिभूषण ओहदार, विशेश्वर पासवान, बुटल महतो, सीता राम धोबी, पंकज महतो, परण महतो, हरि महतो, डीलू महतो, समय लाल, विक्की कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे.
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