बेरमो, सेना मेडल से सम्मानित फुसरो निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल जय प्रकाश कुमार जुलाई-अगस्त माह में माउंट कुन पर अर्जेंटीना सेना के साथ होने वाले संयुक्त सैन्य अभियान का नेतृत्व करेंगे. लद्दाख की सुरू घाटी में ज़ांस्कर पर्वतमाला पर 23,220 फीट की दुर्गम ऊंचाई पर स्थित यह शिखर होने वाला यह चुनौतीपूर्ण मिशन है. इस वर्ष की शुरुआत में दोनों देशों की सेना ने संयुक्त रूप से अर्जेंटीना के माउंट एकांकागुआ पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी.
दल में हैं भारतीय सेना के 10 और अर्जेंटीना सेना के आठ सदस्य
इस दल में भारतीय सेना के 10 और अर्जेंटीना सेना के आठ सदस्य शामिल हैं. यह दल 17 जुलाई को लेह की यात्रा करेगा और 23 जुलाई को सुरू घाटी की ओर प्रस्थान करेगा. 7-10 अगस्त के बीच माउंट कुन की चोटी पर पहुंचने का प्रयास करेगा. इस दल को बुधवार को नयी दिल्ली से आधिकारिक तौर पर रवाना किया गया और पहाड़ की चोटी पर ले जाने के लिए झंडा दिया गया. लेफ्टिनेंट कर्नल जय प्रकाश अनुभवी पर्वतारोही हैं. उन्होंने इससे पहले वर्ष 2019 में माउंट एवरेस्ट और 2024 में अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई की है. देश के सर्वोच्च साहसिक पुरस्कार तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार सहित सात पुरस्कारों को प्राप्त किया है. पिछले महीने उन्होंने 45 सदस्यीय टीम के साथ कांग यात्से मासिफ पर भारतीय सेना दल का नेतृत्व किया, जिसने दो चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की. वह अगले साल दूसरी बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के मिशन को लेकर प्रशिक्षण के लिए सितंबर-अक्टूबर में माउंट नंदा देवी पूर्व की 7434 मीटर की चढ़ाई भी करेंगे. लेफ्टिनेंट कर्नल जय प्रकाश सैनिक स्कूल तिलैया, झारखंड के पूर्व छात्र हैं.
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