राकेश वर्मा, बेरमो, प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत वर्ष 1964 में स्थापित केबी कॉलेज बेरमो का कायाकल्प होगा. कॉलेज प्रबंधन अभियान के तहत मिलने वाले फंड का इंतजार कर रहा है. मालूम हो कि पूर्व में अंगीभूत कॉलेजों में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) के तहत विकास कार्य कराये जाते थे. अब इसे प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान में तब्दील कर दिया गया है. कॉलेज प्रबंधन के अनुसार वर्ष 2023 में झारखंड सरकार के एचआरडी विभाग से आये एक प्रतिनिधिमंडल ने कॉलेज का निरीक्षण किया था. कॉलेज परिसर की मिट्टी की जांच, कॉलेज के नक्शा का वेरीफिकेशन व विकास कार्यों की मेपिंग की थी. वर्ष 2023 से लेकर अब तक दो बार एचआरडी विभाग की ओर से कॉलेज आकर निरीक्षण व मुआयना किया जा चुका है.
प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत कॉलेज में प्रशासनिक भवन, ऑडिटोरियम, प्राचार्य आवास, साइकिल स्टैंड के अलावा कॉलेज के अधूरे भवनों को पूरा करना है. इसके अलावा पूरे कॉलेज में रिनोवेशन का काम होना है. कॉलेज प्रबंधन की माने तो करीब 70 करोड़ रुपये की लागत से उक्त सारे कार्य होंगे. इसकी स्वीकृति मिल गयी है. अब प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान इसे झारखंड सरकार के एचआरडी विभाग को देगा. एचआरडी इसे भवन निर्माण विभाग, झारखंड सरकार को पुटअप करेगा. इसके बाद फंड की स्वीकृति मिलते ही काम शुरू होंगे.एक दशक से ज्यादा समय से अधूरा है फिजिक्स का नया भवन
केबी कॉलेज परिसर में फिजिक्स विभाग के नये भवन का निर्माण एक दशक से ज्यादा समय से अधूरा पड़ा है. वर्ष 2012-12 में जंतु विभाग के नया भवन का निर्माण हुआ. इसके ऊपरी मंजिल पर फिजिक्स का नया भवन बनना था. झारखंड सरकार के एसआरडी द्वारा इसके लिए 56 लाख की राशि स्वीकृत की गयी. इसमें से करीब 23 लाख का काम हुआ और मात्र दीवार खड़ी की गयी. दरवाजे व खिड़की तक नहीं लगाये गये. कॉलेज प्रबंधन के अनुसार विभाग ने शेष राशि नहीं दिये जाने के कारण कार्य अधूरा रह गया.फंड नहीं मिलने से नेक का काम भी चल रहा है
पीछे
मालूम हो कि हर पांच साल पर विश्वविद्यालय स्तर से कॉलेज को डेवलममेंट के लिए फंड मिलता है. वर्ष 2017 में इस कॉलेज को नेक का एक्रेडेशन (प्रत्यायन) मिला था. इसके बाद रुसा द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए करीब 14.5 लाख रुपये की अनुशंसा की गयी थी. इस राशि से कॉलेज में रंग-रोगन हुआ. कुछ आलमारियां खरीदी गयी और अन्य कई कार्य कराये गये. वर्ष 2017 में नेक की पीआर टीम ने निरीक्षण कर कॉलेज को बी ग्रेड दिया था. हर पांच साल में नेक का एक्रेडेशन (प्रत्यायन) लेना पड़ता है. लेकिन वर्ष 2022 में एक्रेडेशन (प्रत्यायन) फेल हो गया. इसलिए अब रुसा से राशि की अनुशंसा नहीं की जाती है.
क्या कहते हैं प्राचार्य
इस कॉलेज को आदर्श कॉलेज बनाना है, जिसके तहत प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान से एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एचआरडी से आयी इंजीनियरों की टीम ने निरीक्षण किया था. अब फंड की स्वीकृति मिलने का इंतजार है. प्रो लक्ष्मी नारायण, प्राचार्य, केबी कॉलेज बेरमो
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