Bokaro News: बोकारो में भाकपा माले का राज्य स्तरीय जन कन्वेंशन शुरू
Bokaro News: भाकपा माले के केंद्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि आज देश के हर कोने से एक आवाज निकल रही है कि हमें न्याय चाहिए. फासीवादी ताकत बड़ी चालाकी से न्याय की लड़ाइयों को धर्म, मजहब, भाषा, स्थानीयता में बांट रहे हैं. आपको न्याय चाहिए तो न्याय की हर लड़ाई में शामिल होना होगा, तभी हम सबको पूरा न्याय चाहे सामाजिक आर्थिक व राजनीतिक न्याय मिलेगा. श्री भट्टाचार्य ने मंगलवार को यहां भाकपा माले स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय जन कन्वेंशन का उद्घाटन करते हुए उक्त बातें कहीं. कहा कि संविधान को टुकड़े में नहीं देखना चाहिए. आरक्षण, लोगों के अधिकार व अल्पसंख्यकों की धार्मिक आजादी एक दूसरे से अलग नहीं हैं. इस बात को समझ लेना होगा. कहा : वक्फ सिर्फ मुसलमानों का सवाल नहीं हैं. अलग अलग भाषा, अलग अलग धर्म, में बंटकर नहीं देखना होगा. वक्फ का सवाल केवल मुसलमानों की जमीन का सवाल नहीं, आनेवाले दिनों में सबकी जमीन छिनी जानेवाली हैं. जिस देश के प्रधानमंत्री अपनी डिग्री नहीं दिखा रहे, जनता से सैकड़ों वर्षो से काबिज जमीन का कागज मांगा जा रहा हैं. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम को शामिल करना गलत है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को यह बताना कि वे हिंदू हैं, यह बेहद शर्मनाक है. उससे भी शर्मनाक हैं उन पर देश में गृह युद्ध भड़काने का आरोप व सुप्रीम कोर्ट को सुपर पार्लियामेंट बताकर उसकी खिल्ली उड़ाना.संविधान पर हमले के खिलाफ एकजुट होना होगा :
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि देश में संविधान ने जो अधिकार दिये हैं, उस पर किसी भी किस्म के हमले के खिलाफ हम सबको एकजुट होकर खड़ा होना होगा. हमें रोहित वेमुला व प्रेम महतो जैसे नौजवानों को युवाओं का आइकॉन बनाना होगा. श्री भट्टाचार्य ने कहा : जिस बुलडोजर राज को झेल रहे हैं वही फासीवाद का नया प्रतीक है. एकता, धीरज, विशाल हृदय के साथ कम्युनिस्ट लड़ते हैं. आज की लड़ाई में हम कल की लड़ाई भी लड़ते हैं. कहा कि लड़ाई में सभी धाराओं व मूल्यों को इकट्ठा होना है. झारखंड में एकता कायम किये हैं, जो आनेवाले दिनों में हमारी अग्रगति का वाहक बनेगी. कम्युनिस्ट आंदोलन के सौ साल पूरे होने के अवसर पर हमारा मजबूत संकल्प बने, जन कन्वेंशन से व राज्य सम्मेलन से हम यह उम्मीद करते हैं.देश को हिंदुत्व की नहीं बंधुत्व की जरूरत है : द्रेज
विश्वप्रसिद्ध अर्थशास्त्री व सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज ने कहा : देश में हिंदुत्व की नहीं बंधुत्व की जरूरत है, भाजपा सांप्रदायिक फासीवाद की राजनीति कर मजदूर वर्ग की एकता को कमजोर करना चाहती है. आज जरूरत है व्यापक जनांदोलनों की. चूंकि भाकपा माले बदलाव की राजनीति करती है, मुक्ति के लिए संघर्ष करती है इसीलिए मैं माले के जन कन्वेंशन में उनके साथ हूं. जन कन्वेंशन की अध्यक्षता पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने किया. संचालन भाकपा माले पोलित ब्यूरो सदस्य जनार्दन प्रसाद ने किया.
कौन-कौन थे शामिल :
जन कन्वेंशन को माकपा राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य लखन महतो, बगोदर के पूर्व विधायक विनोद सिंह, निरसा के विधायक अरूप चटर्जी, सिंदरी के विधायक चंद्रदेव महतो, राजधनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव, सामाजिक कार्यकर्ता सिराज दत्ता, सहारा आंदोलनकर्मी राजेंद्र कुशवाहा, रसोईया संगठन राज्य सचिव गीता मंडल ने संबोधित किया. भाकपा माले के सातवें राज्य सम्मेलन के मुख्य पर्यवेक्षक बिहार विधान परिषद के सदस्य एमएलसी शशि यादव के कन्वेंशन में मुख्य रूप से उपस्थित थे. बोकारो के जिला सचिव देवद्वीप सिंह दिवाकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया. मौके पर अप्रेंटिस विस्थापित आंदोलन में शहीद प्रेम महतो के भाई प्रशांत महतो, भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य आनंद महतो, हलधर महतो, शुभेंदु सेन, भुवनेश्वर केवट, दिलीप तिवारी, राजेंद्र गोप, बीएन सिंह , पुरण महतो, आरडी मांझी, भुनेश्वर बेदिया आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है