Bokaro News : बारी को-ऑपरेटिव के निकट हैसाबातू पूर्वी क्षेत्र के राजेंद्र नगर स्थित ( प्लॉट नंबर 534 के रोड नंबर ए/09) में रविवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां के लोग सड़क, बिजली, नाली और साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कठिन जीवन जी रहे हैं. मौके पर स्थानीय राजेश कुमार गुप्ता, संजू देवी, मुकेश कुमार, उष्मा देवी, गीता देवी, ममता देवी, चंदन कुमार, राजकुमार गुप्ता आदि ने बताया कि यहां करीब 25-30 घर हैं, लेकिन मुहल्ले तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है. इन दिनों बारिश होने से कच्ची सड़क पर कीचड़ पसर गयी है, जिससे पैदल आने-जाने में भी परेशानी है. रोजाना बाइक सवार फिसल कर गिर रहे हैं. कई महिलाएं भी गिर कर चोटिल हो चुकी हैं. सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों और बीमार व्यक्तियों को हो रही है.
डीसी से की पक्की सड़क निर्माण की मांग :
लोगों ने कहा कि कई बार जनप्रतिनिधियों के समक्ष सड़क निर्माण की मांग उठायी, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई. कहा कि सावन का पवित्र माह भी आने वाला है. ऐसे में महिलाओं को गंदे रास्ते से होकर गुजरना पड़ेगा. लोगों ने उपायुक्त से यहां पक्की सड़क का निर्माण कराने की मांग की है.झूलते बिजली के तार दे रहे हादसाें को आमंत्रण :
स्थानीय लोगों ने बताया कि राजेंद्र नगर में झूलते बिजली के तार हादसों को भी आमंत्रण दे रहे हैं. कई जगहों पर तार जमीन से थोड़ी दूर पर झूल रहे हैं. ऐसे में आने-जाने वाली गाड़ियों के संपर्क में आने से हादसे की आशंका बनी रहती है. बताया कि पिछले साल ही यहां पर बिजली की चपेट में आने से तीन मवेशियों की मौत हो गयी थी, लेकिन बिजली विभाग उदासीन बना हुआ है.क्या कहते हैं स्थानीय लोग
बरसात के दिनों में कच्ची सड़क पर जगह-जगह कीचड़ हो गया है, जिससे आने-जाने में परेशानी होती है. पंचायत प्रतिनिधियों को भी कई बार शिकायत की गयी, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है. – विष्णुनाथ महतोराजेंद्र नगर क्षेत्र में बिजली के तार झूल रहे हैं. इससे यहां के लोग हमेशा भयभीत रहते हैं. बिजली विभाग का ध्यान भी इस ओर आकृष्ट कराया था, लेकिन विभाग के अधिकारी किसी हादसे के इंतजार में हैं.
– सुशील भूषण कुमारराजेंद्र नगर क्षेत्र में रहे लोग सालों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. यहां की कच्चा रास्ता पर पैदल चलना मुश्किल है. जल्द सड़क नहीं बनी तो यहां के लोगों को आगे भी परेशानी उठाना पड़ेगी.– राजेश कुमार गुप्ता
यहां का मार्ग बदहाल है, शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है. मरीजों के साथ स्कूली बच्चों को भी आने जाने में परेशानी होती है. बुजुर्गों को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.– अरविंद कुमार
यह सड़क 10 साल से जस की तस है. शिकायत के बाद भी सड़क नहीं बन पायी है. बारिश में सड़क की हालत बिगड़ गयी है. खासकर महिला, बुजुर्ग व स्कूली बच्चों को पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है.– रवि साहराजेंद्र नगर क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव एक गंभीर समस्या बनी हुई है. कच्ची सड़क यहां के निवासियों के लिए आवागमन को दुभर बना रही है, लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
– ललिता देवीयहां पर कच्ची सड़क है, नालिया नहीं है. बरसात में सड़क की स्थिति दयनीय हो गयी है. आने-जाने में बहुत परेशानी होती है. जल्द ही सड़क का निर्माण होना चाहिए और नालियां बननी चाहिए.
– गीता देवीक्षेत्र में सड़क कच्ची होने से दिक्कत झेलनी पड़ती है. बरसात के दिनों में समस्या बढ़ गयी है. हमें कीचड़ से गुजरना पड़ रहा है. अगर जल्द सड़क व नाली का निर्माण नहीं हुआ हमलोग आंदोलन करेंगे.– अनिता देवी
जहां पर सबसे ज्यादा नाली बनाने की जरूरत है, वहां निर्माण करने के लिए अब तक कोई पहल नहीं हुई है. बारिश होने पर घरों का गंदा पानी कच्ची सड़क पर भर जाता है, पैदल आने-जाने में परेशानी होती है.– मालती देवीकच्ची सड़क की बदहाल स्थिति के कारण आवाजाही में सबसे अधिक परेशानी रात के वक्त होती है. जनप्रतिनिधि व प्रशासन शीघ्र सड़क का पक्कीकरण कराये, ताकि आवाजाही में सहूलियत मिल सके.
– संगीता देवीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है