बेरमो/फुसरो, केंद्र सरकार के चार नये श्रम कानून सहित मजदूर से संबंधित अन्य नीतियों के खिलाफ संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा की देशव्यापी हड़ताल बेरमो कोयलांचल में असरदार रही. हड़ताल का असर कोयला उद्योग में दिखा. सीसीएल के बीएंडके, ढोरी व कथारा एरिया के विभिन्न परियोजनाओं में कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ और रेल व सड़क माध्यम से डिस्पैच भी ठप रहा. छाई की ट्रांसपोर्टिंग भी नहीं हुई. इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू के अलावा एक्टू सहित अन्य यूनियन के लोग हड़ताल को सफल बनाने को सक्रिय रहे. विभिन्न परियोजनाओं के पिट में कामगार हडताल पर रहे तथा हाजिरी नहीं बनायी, लेकिन कार्यालयों में जमकर हाजरी बनी. कई जगहों पर कर्मियों ने भी हाजिरी बनायी. हड़ताल में ठेका कर्मियों के शामिल रहने के कारण उत्पादन पर असर पड़ा. दूसरी ओर दिन भर रुक-रुक बारिश होने के कारण भी माइंस में उत्पादन प्रभावित हुआ. कथारा एरिया में प्रथम पाली में 376 टन कोयला उत्पादन व 2400 टन ओबीआर हुआ. बीएंडके एरिया में एक हजार टन से भी कम उत्पादन हुआ. ढोरी एरिया में कोयला उत्पादन, ओबी निस्तारण व कोयला डिस्पैच प्रभावित हुआ.
ढोरी व बीएंडके एरिया की परियोजनाओं में यूनियन नेताओं ने सुबह से एकजुट होकर प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार व कोल इंडिया प्रबंधन के विरोध में नारेबाजी की. यूनियन नेताओं की सक्रियता के कारण परियोजनाओं में कोयला उत्पादन व संप्रेषण प्रभावित रहा. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर परियोजनाओं में सीआइएसएफ जवान तैनात रहे. कारो परियोजना में मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यह हड़ताल मजदूरों की थी और मजदूरों ने इसे सफल बनाया. कोयला उत्पादन व संप्रेषण पूरी तरह प्रभावित रहा.ढोरी एरिया में हड़ताल को सफल बनाने में आरसीएमयू के उत्तम सिंह, परवेज अख्तर, जयराम सिंह, गणेश मल्लाह, बालेश्वर तुरी, बबलू, उदय सिंह, संतोष सिंह, निमायचंद वाउरी, आनंद विश्वकर्मा, अशोक सिंह, फुलो देवी, एटक के जवाहरलाल यादव, भीम महतो, जितेंद्र दुबे, एनसीओइए (सीटू) के गोवर्धन रविदास, चंद्रशेखर महतो, करमचंद बाउरी, प्रदीप महतो, सूरज, मनसुख कांलिदी, मो अख्तर, सोनू कुमार, जेएमएस के विकास सिंह, ओमशंकर सिंह, धीरज पांडेय, आशीष झा, चंद्रभान सिंह, कौशल, नरेंद्र, तिलकधारी सिंह, एजेकेएसएस के महेंद्र चौधरी, नरेश महतो, जितेश कुमार, सीएमयू के आर उनेश, राजू भुखिया, संतोष कुमार, जेसीकेयू के बैजनाथ महतो, बिरन लोहार, जमील अख्तर, बिनोद चौधरी, जमाल असांरी, करीम आलम, होरी सिंह, किशुन नायक, जेसीएमयू के घुनु हांसदा, मिथिलेश सिंह, बाबूराम मांझी, देवीलाल मांझी, रामावतार सिंह, पंकज मंडल, नसरूल आदि सक्रिय रहे. फुसरो बाजार में हड़ताल का असर नहीं दिखा. अन्य दिनों की तरह सुबह से दुकानें खुली रही. फुसरो क्षेत्र के विभिन्न बैंकों में काम ठप रहा. एलआइसी के कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे. फुसरो के डाकघर में कामकाज हुआ.
गांधीनगर.
सुबह से ही संयुक्त मोर्चा के नेता सीसीएल की खासमहल कोनार परियोजना, बोकारो कोलियरी के विभिन्न विभागों में घूम-घूम कर बंद कराते देखे गये. कई बार प्रबंधन के साथ नेताओं की तीखी नोंक झोंक भी हुई. यूनियन नेता कर्मियों को हाजिरी बनाने से रोक रहे थे. परियोजना से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग पूर्णतः ठप रही. कोनार साइडिंग में भी कार्य बाधित हुआ. प्रबंधकीय सूत्रों के अनुसार परियोजना में प्रथम पाली में 108 में से 18, सामान्य पाली में 395 में 51 और द्वितीय पाली में 122 में 25 कामगार उपस्थित रहे. बोकारो कोलियरी में प्रथम पाली में 99 में 89, सामान्य पाली में 161 में 118 और द्वितीय पाली में 61 में 50 कामगारों ने हाजिरी बनायी. इधर, सीपीएम, सीपीआइ, भाकपा माले तथा एक्टू के नेताओं तथा सदस्यों ने बेरमो स्टेशन के समीप मालगाड़ी को रोक कर विरोध जताया. वहीं वाम मोर्चा के लोगों ने जरीडीह मोड़ के समीप दो घंटे तक सड़क जाम रखा. हड़ताल को लेकर जमसं के रीजनल सचिव टीनू सिंह, राहुल कुमार, संतोष कुमार, शिबू डे, अहमद हुसैन, बिनोद कुमार, सीटू कोल फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव विजय कुमार भोई, भागीरथ शर्मा, मनोज कुमार पासवान, शिव शंकर तांती, सुरेश कुमार, श्यामनारायण सतनामी, राकोमयू इंटक के सुबोध सिंह पवार, दिगंबर महतो, जयनाथ तांती, हरिमोहन सिंह, शिव नारायण गोप, सुनील शर्मा, रोशन सिंह, अविनाश, सिन्हा, तापस राय, गजेंद्र शर्मा, राजेश पासवान, यूसीडब्ल्यूयू एटक के सुजीत घोष, गणेश प्रसाद महतो, असगर अली, कल्याण पटेल, मनोज मंडल, गिरीश गौड, विनोद कुमार, अकबर अली, मो आजाद, प्रकाश, एक्टू के पंचानन मंडल, भुनेश्वर केवट, राज केवट, जेसीएमयू के बन्नू महतो, पंकज महतो, गोपाल गुप्ता, सोहनलाल मांझी आदि सक्रिय रहे.ऐसी रही कर्मियों की उपस्थिति
कथारा एरिया में जेनरल शिफ्ट में कुल मैन पावर 1667 में से 942 उपस्थित व 617 हड़ताल पर रहे. प्रथम पाली में 679 में से 529 उपस्थित व 99 अनुपस्थित रहे. द्वितीय पाली में 700 में से 396 उपस्थित व 269 हड़ताल पर रहे. बीएंडके एरिया में जेनरल शिफ्ट में 1220 में से 561 उपस्थित, 73 लीव-सीक-रेस्ट-एलए, 586 अनुपस्थित रहे. प्रथम पाली में 256 में से 117 उपस्थित, छह लीव-सीक-रेस्ट-एलए,133 अनुपस्थित रहे. द्वितीय पाली में 321 में से 156 उपस्थित, नाै लीव-सीक-रेस्ट-एलए, 156 अनुपस्थित रहे. ढोरी एरिया के जेनरल शिफ्ट में 1444 में 444 उपस्थित, 38 लीव-सीक-रेस्ट-एलए रहे. प्रथम पाली में 525 में से 183 उपस्थित और द्वितीय पाली में 535 में से 105 उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है