Bokaro News : सीबीएसइ स्कूलों में पढ़ने वाले बोकारो के विद्यार्थी बचपन से ही सेहतमंद रहने की अच्छी आदत सीखेंगे. सीबीएसइ ने ‘सुगर बोर्ड’ के बाद अब स्कूलों में ‘ऑयल बोर्ड’ लगाने का निर्देश दिया है. इसके तहत स्कूलों में बच्चों को संतुलित आहार, कम तेल वाला खाना व सक्रिय जीवनशैली के बारे में सिखाया जायेगा. बोकारो के स्कूलों के साथ-साथ अभिभावकों ने सीबीएसइ की पहल का स्वागत किया है. सीबीएसइ ने बढ़ते मोटापे को देखते हुए यह कदम उठाया है.
खान-पान के मुताबिक शारीरिक गतिविधियां कम करते हैं बच्चे :
सीबीएसइ बोर्ड की ओर से सभी स्कूल प्रमुखों को स्कूलों में ‘ऑयल बोर्ड’ लगाने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि बच्चे ज्यादा तेल वाले खाने से होने वाले नुकसान के बारे में जान सकें. यह कदम पूर्व में जारी ‘सुगर बोर्ड’ से संबंधित सर्कुलर का विस्तार है. बोर्ड का मानना है कि आजकल बच्चे ज्यादा तला-भुना खाना खाते हैं. खान-पान के मुताबिक शारीरिक गतिविधियां बहुत कम करते हैं. इससे मोटापा बढ़ रहा है. बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि ऑयल बोर्ड पर बताना होगा कि समोसा, कचौरी, चिप्स, बड़ा पाव जैसे अधिक तले भोजन में कितना तेल, कैलोरी व फैट होता है, जिसे वे खा रहे हैं. इसका चार्ट बनाकर स्कूल में लगाना होगा.उद्देश्य ज्यादा तेल वाले खाने से होने वाले नुकसान को ले जागरूक करना : सूरज शर्मा
चिन्मय विद्यालय बोकारो के प्राचार्य सीबीएसइ के सिटी को-आर्डिनेटर सूरज शर्मा ने कहा कि सीबीएसइ बोर्ड की पहल सराहनीय है. बचपन से ही यदि बच्चे स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहेंगे, तो आगे चलकर वह बीमारियाें से अपना बचाव कर सकेंगे. ऑयल बोर्ड लगाने को लेकर बोर्ड का उद्देश्य विद्यार्थियों को ज्यादा तेल वाले खाने से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूक करना है. शिक्षक स्वस्थ भोजन व व्यायाम को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को फल, सब्जियां और कम वसा वाला खाना खाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है