बोकारो थर्मल. बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी की आवासीय कॉलोनी में 27 करोड़ रुपये की लागत से एसटीपी का निर्माण कार्य करने वाली भरत जी पटेल कंपनी ने काम बंद कर इंजीनियरों व कई कामगारों को चंद्रपुरा शिफ्ट कर दिया है. इसके पूर्व कंपनी ने मई 2024 में भी काम बंद कर कंपनी की सभी मशीनों व कामगारों, अधिकारियों को चंद्रपुरा साइट में शिफ्ट कर दिया था. कंपनी ने वर्तमान में स्थानीय साइट पर काम करने वाले मजदूरों को कॉलोनी की नालियों की सफाई व कचड़ा उठाव के कार्य में लगा रखा है जो कि कंपनी के कार्यादेश में शामिल नहीं है. कंपनी द्वारा इस बार काम कार्य बंद करने का कारण रेलवे द्वारा अपनी जमीन पर चहारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करना है. कंपनी को पाइप बिछाने का काम इसी जमीन पर करना है. कंपनी ने रेलवे की जमीन क्लियर नहीं होने के कारण निर्माण कार्य बंद कर डीवीसी प्रबंधन को लिखित सूचना दे दी है.
मामले को लेकर कंपनी के प्रोजेक्ट मेनेजर दीन दयाल जांगीड़ ने कहा कि बिल पेंडिंग रहना भी काम बंद होने का एक कारण है. जब तक रेलवे की जमीन का मसला नहीं सुलझेगा, कार्य करना संभव नहीं है. मामले पर डीवीसी के एचओपी सुशील कुमार अरजरिया ने रेलवे से बात कर समस्या का निदान किया जायेगा. नहीं तो पाइप लाइन को घुमा कर ले जाया जायेगा, जिसमें परेशानी होगी. दो अतिरिक्त पंपिंग स्टेशन का निर्माण कराना पडे़गा.जुलाई 2023 में पूरा करना था काम, लेकिन अभी भी है अधूरा
मालूम हो कि एसटीपी का निर्माण कार्य कंपनी को 15 माह में पूरा करना था. कंपनी ने अप्रैल 2022 में निर्माण कार्य शुरू किया था और जुलाई 2023 में पूरा करना था. लेकिन साइट क्लियर नहीं मिलने सहित अन्य समस्याओं के कारण अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है