Bokaro News : रांची के रहनेवाले बिल्डर अभय आनंद से 65 लाख रुपये लूट का मामला ठगी का निकला. पैसा डबल होने के लालच में बिल्डर ने 65 लाख रुपये गंवा दिये. ठगों ने अभय को 65 लाख के बदले 1.30 करोड़ रुपये देने का वादा किया था. इस चर्चित आपराधिक मामले में बोकारो पुलिस ने जामताड़ा से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही, पुलिस 34 लाख रुपये, एक बाइक, एक कार और तीन मोबाइल जब्त किया है. बिल्डर अभय आनंद ने चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अलकुशा मोड़ पर 18 जुलाई को लूटपाट का दावा किया था. बोकारो जिला पुलिस उसी दिन से मामले के उद्भेदन में जुटी थी. ठगी के इस मामले में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने कैंप दो स्थित अपने कार्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में जामताड़ा के मिहिजाम थाना क्षेत्र के घासी पहाड़ी का नरेश मंडल (48 वर्ष) और मिहिजाम थाना क्षेत्र की नीव कॉलोनी पोखरटोला के निवासी अमित कुमार साव (37 वर्ष) हैं. नरेश पर जामताड़ा के विभिन्न थानाें में चार मामले दर्ज हैं. इसमें नगर थाना कांड सं-70/2022 (छह मई 2022), चितरा थाना कांड सं-23/2021 (सात मई 2021), नारायणपुर थाना कांड सं-153/2015 और मारगोमुंडा थाना कांड सं-06/2021 दर्ज है.
बोकारो, धनबाद, देवघर व जामताड़ा जिले के कई स्थानों पर हुई छापेमारी :
एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि 18 जुलाई की शाम सवा छह बजे सूचना मिली कि अलकुशा मोड़ के पास अभय आनंद से 65 लाख रुपये लूट कर कुछ अज्ञात व्यक्ति कार से तेलमच्चो पुल होते हुए धनबाद की तरफ भाग रहे हैं. सनहा दर्ज कर चास एसडीपीओ प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया. टीम ने कांड में शामिल लुटेरों की पहचान, गिरफ्तारी व रकम बरामदगी को लेकर बोकारो, धनबाद, देवघर और जामताड़ा जिले के विभिन्न स्थानों पर लगातार छापेमारी की. बोकारो में एंटी क्राइम चेकिंग लगायी गयी. टीम ने 24 जुलाई को जामताड़ा जिले के मिहिजाम में नरेश मंडल के घर छापेमारी की. उसके यहां से तीन लाख पचास हजार रुपये और बाइक (जेएच 21एल 7543) से भाग रहे अमित कुमार साव के बैग से तीन लाख पचास हजार मिले. इन दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, नरेश मंडल की निशानदेही पर मिहिजाम के रितिक सिंह के घर से 27 लाख रुपये बरामद किये गये. रितिक मौके से फरार हो गया. कांड में इस्तेमाल तीन मोबाइल भी बरामद किये गये हैं.अभय आनंद के मित्र ने आरटीजीएस से भेजे थे पैसे :
एसपी श्री सिंह ने बताया कि नरेश मंडल की निशानदेही पर लाल रंग की कार (जेएच 10एवी1253) को धनबाद के भूली ओपी क्षेत्र के आरा मोड़ गनी मोहल्ला वासेपुर से जब्त किया गया. जांच के क्रम में अभय आनंद ने पुलिस को बताया कि 18 जुलाई को कार (यूपी 37ए 3333) से वह अपने सहयोगी दिलीप तिवारी, मनींद्र कुमार उर्फ मन्नू, सचिन सिंह के साथ धनबाद के गोविंदपुर में जीटी रोड स्थित एक होटल के समीप इकट्ठा हुए थे. वहां उनकी मुलाकात सुदर्शन कुमार उर्फ बंटी सिंह उर्फ पाठक (बिहार के लखीसराय), रितिक सिंह उर्फ अमित व विक्की खान उर्फ जेके से हुई. पाठक के कहने पर अभय आनंद अपने सहयोगी दिलीप तिवारी के साथ कार में सवार होकर रितिक व जेके के साथ धनबाद के कुमारधुबी मोड़ स्थित शशिभूषण झा उर्फ मनोज के तीन मंजिला मकान के प्रथम तल पर स्थित किराये के कमरे में पहुंचे, जहां पैसों को लेकर बातचीत हुई. पाठक, रितिक, जेके व अन्य लोगों ने नगद रुपये दिखाकर बिल्डर अभय आनंद को अमित साव (मिहिजाम, जामताड़ा) की फर्जी कंपनी साव कंस्ट्रक्शन व अमित इंटरप्राइजेज आसनसोल के नाम से संचालित बैंक खाता में 65 लाख रुपये हस्तांतरित करने को बोला. बिल्डर ने रांची के ही अपने मित्र अशोक ओहदार से 65 लाख रुपये आरटीजीएस से ट्रांसफर कर दिये. ठगों का खेल इसके बाद ही शुरू हुआ.आनंद को 65 लाख के बदले मिलने थे एक करोड़ 30 लाख :
पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने बताया कि सुदर्शन कुमार उर्फ बंटी सिंह उर्फ पाठक के निर्देश पर अभय आनंद अपने सहयोगी दिलीप तिवारी के साथ धनबाद के कुमारधुबी मोड़ स्थित शशिभूषण झा उर्फ मनोज के तीन मंजिला मकान के प्रथम तल पर अवस्थित किराये के कमरे में पहुंचे. इस मकान में पाठक, रितिक सिंह उर्फ अमित, विक्की खान उर्फ जेके व अन्य व्यक्तियों द्वारा नगद रुपये दिखाकर आरटीजीएस के माध्यम से अमित साव (मिहिजाम, जामताड़ा) के फर्जी कंपनी साव कंस्ट्रक्शन व अमित इंटरप्राइजेज आसनसोल के नाम से संचालित बैंक खाता मे 65 लाख रुपये हस्तांतरित करने को बोला गया, ताकि उनको पूर्व में तय वादा के अनुसार एक करोड़ 30 लाख रुपये नगद दिया जा सके. अभय आनंद व उनके सहयोगी दिलीप तिवारी एक करोड़ 30 लाख रुपये नगद प्राप्त करने के लालच में आकर रांची स्थित अपने मित्र अशोक ओहदार को 65 लाख रुपया अमित साव (मिहिजाम, जामताड़ा) के फर्जी कंपनी साव कंस्ट्रक्शन व अमित इंटरप्राइजेज के बैंक खाता में तुरंत आरटीजीएस के माध्यम से हस्तांतरित करने को बोला गया. श्री आनंद के कहने पर उनके मित्र अशोक ओहदार द्वारा एसबीआइ दीपा टोली शाखा रांची व बैंक ऑफ इंडिया बुटी मोड़ शाखा रांची से 18 जुलाई को मिहिजाम के अमित साव के फर्जी कंपनी के बैंक खाता मेंआरटीजीएस के जरिए 65 लाख रुपये हस्तांतरित किया गया.अलकुशा मोड़ पर दूसरी कार में सवार हो गया जेके : एसपी श्री सिंह ने कहा : इसके बाद पाठक, रितिक सिंह उर्फ अमित, विक्की खान उर्फ जेके द्वारा फल की दो पेटी को दो बैग में भर कर कार के डिक्की में रख दिया गया, ताकि अभय आनंद को विश्वास हो सके कि उन्हें एक करोड़ 30 लाख रुपये उपलब्ध करा दिया गया है. इसके बाद कुमारडुबी मोड़ में कार पर अभय आनंद अपने सहयोगी दिलीप तिवारी उर्फ बबलू तिवारी के साथ बैठ गये. ड्राइविंग सीट पर जेके उर्फ विक्की खान बैठा. बायीं तरफ रितिक सिंह उर्फ अमित सीट बैठे. कार अमलाबाद ओपी के बिरसा पुल होकर चास (मु.) के अलकुशा मोड़ के समीप पहुंची. अलकुशा मोड़ पर कार को दूसरी कार में सवार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रोक कर ड्राइविंग सीट पर बैठे जेके उर्फ विक्की खान को बाहर निकाल कर दूसरी कार में बैठा लिया गया. अभय आनंद व उनके सहयोगी बबलू तिवारी उर्फ दिलीप तिवारी को कार से बाहर ढकेल दिया गया. इसके बाद जेके उर्फ विक्की खान कार को ड्राइव करते तलगड़िया मोड़ तेलमच्चो पुल होते धनबाद के तरफ भाग गया.
15 जुलाई को 65 लाख की जगह एक करोड़ 30 लाख लेने की डील :
15 जुलाई को अभय आनंद अपने मित्र दिलीप तिवारी, पीयूष रंजन सहित कुल पांच सहयोगी के साथ धनबाद बस स्टैंड पहुंचा था. 65 लाख रुपये आरटीजीएस के एवज में एक करोड़ 30 लाख प्राप्त करने को लेकर डील किया था. अभय आनंद व उनके मित्र दिलीप तिवारी, सचिन सिंह व मनींद्र कुमार उर्फ मन्नू रांची के रहने वाले हैं. जो अशोक ओहदार के साथ जमीन के धंधे से जुड़े हैं. सभी के कहने पर अशोक ओहदार द्वारा रांची से 18 जुलाई को मिहिजाम के अमित साव के फर्जी कंपनी के बैंक खाता मे आरटीजीएस के जरिये 65 लाख रुपये हस्तांतरित किया.कमीशन के रूप में 17 प्रतिशत मिला था नरेश व अमित को :
नरेश मंडल जामताड़ा के मिहिजाम में अपने सहयोगी अमित साव के साथ मिलकर फर्जी कंपनी के नाम से आसनसोल में फर्जी बैंक खाता खोलवाता था. बिहार के लखीसराय निवासी सुदर्शन कुमार उर्फ बंटी सिंह उर्फ पाठक अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मोबाइल से आम लोगों को कॉल कर विश्वास में लेता था. बातचीत कर नरेश मंडल व अमित साव के फर्जी बैंक खाता में आरटीजीएस के माध्यम से रुपया हस्तांतरित करवा कर नगद रूप में दोगुना रुपया देने का झांसा देता था. नरेश मंडल व अमित साव अपने बैंक खाता से रुपये निकाल कर मिहिजाम के किशोर पंडित व रितिक सिंह को देता था. इसके बदले नरेश मंडल व अमित साव को कमीशन के रूप में 17 प्रतिशत राशि मिलती थी. 17 प्रतिशत राशि में से नरेश मंडल व अमित साव अपने हिस्से मे 15 प्रतिशत कमीशन रखता था. शेष दो प्रतिशत आयकर के रूप में जमा करता था, ताकि ब्लैक मनी को व्हाइट मनी के रूप में दिखाया जा सके. सुदर्शन कुमार उर्फ बंटी सिंह उर्फ पाठक ग्राहक को आरटीजीएस के माध्यम से नरेश मंडल व अमित साव के कंपनी के फर्जी बैंक खाता में रुपया हस्तांतरित करने के एवज में दोगुना राशि नगद के रूप में देने का झांसा देता था.अमित व नरेश पहले भी 53 लाख की कर चुका है ठगी :
अमित साव बंगाल के चित्तरंजन रूपनारायणपुर व आसनसोल में यश बैंक, आइडीबीआइ, एसबीआइ, एक्सिस बैंक, उज्जीवन बैंक व कोटेक महेंद्रा बैंक में अपने नाम व फर्जी कंपनी साव कांट्रेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड व अमित इंटरप्राइजेज आसनसोल के नाम से कुल 13 बैंक खाता संचालित करता है. नरेश मंडल द्वारा मिहिजाम, रूपनारायणपुर व आसनसोल में अपने नाम व फर्जी कंपनी मोनरेश के नाम से कुल छह बैंक खाता संचालित करता है. इसी प्रकार सूरज कुमार साव साव अगरबत्ती यूनिट के नाम से फर्जी कंपनी संचालित करता है. अनुसंधान के क्रम मे ज्ञात हुआ कि पूर्व में भी इस सिंडिकेट में शामिल अपराधियों द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से रूपया दोगुना करने के नाम पर अन्य व्यक्तियों से दो बार क्रमशः 38 लाख रुपये व 15 लाख रुपये की ठगी व धोखाधड़ी की गयी थी.उद्भेदन करनेवाली पुलिस टीम :
छापेमारी दल में चास मु. थाना प्रभारी प्रकाश मंडल, चीरा चास थाना प्रभारी चंदन दूबे, पिंड्राजोरा थाना प्रभारी अभिषेक कुमार रंजन, चास मु. थाना के पुअनि राहुल कुमार राम, पुअनि कुंदन कुमार यादव, पुअनि मकसूद अहमद, चीरा चास थाना के पुअनि विक्रम कुमार, सअनि रंजन कुमार मिश्र, पिंड्राजोरा थाना के पुअनि अनिकेत कुमार, साक्षर आरक्षी अविनाश कुमार सहित थाना के रिजर्व गार्ड शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है